बेमौसम बारिश से धान को नुकसान, आलू पर भी असर
जयनगर (कोडरमा) : बेमौसम हुई बारिश से जहां दीपावली के रंग पर भंग पड़ गया, वहीं दूसरी
जयनगर (कोडरमा) : बेमौसम हुई बारिश से जहां दीपावली के रंग पर भंग पड़ गया, वहीं दूसरी ओर किसानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। गुरुवार शाम से रुक-रुककर हुई बारिश से जहां एक ओर धान की तैयार हो रही फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं दूसरी ओर आलू की बुआई भी इससे प्रभावित हुई है। कई किसान तो अपने खेत में आलू का बीज लगा चुके हैं तो कई किसान अभी लगा भी नहीं पाए हैं। ऐसे में जो किसान आलू का बीज लगा दिए हैं उन्हें काफी नुकसान होगा, जबकि जो नहीं लगा पाये हैं। उन्हें लगाने में देर होगी। तब तक समय निकल जाएगा। किसान महेंद्र राम ने बताया कि वे एक दिन पूर्व ही एक ¨क्वटल आलू का बीज लगाया है, परंतु बारिश हो जाने के कारण आलू का बीज सड़ने का डर है। वहीं किसान सहदेव यादव ने बताया कि वे भी कुछ आलू लगा चुके है और कुछ के लिये खेत तैयार किया था। बारिश ने दोनों ओर से नुकसान पहुंचाया है। किसान राजकुमार ¨सह, सरिता देवी, रामचंद्र महतो, भुनेश्वर राम आदि ने भी बताया कि असमय बारिश से आलू की खेती पर काफी प्रभाव पड़ा है। वहीं धान की बाली को भी इससे नुकसान होगा।
वहीं दुकानदारों की मानें तो वे भी आलू के बीज लाकर फंस गये हैं बारिश होने की वजह से किसान आलू नहीं खरीद पा रहे हैं जिससे उन्हें भी काफी नुकसान सहना पड़ सकता है। इधर, जयनगर कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि धान की फसल में बाली निकल आयी है। ऐसे में बारिश काफी नुकसानदेह हो सकता है। वहीं आलू की खेती भी इससे प्रभावित होगी।
व्यापार हुआ प्रभावित
बेमौसम हुई बारिश से दीपावली के समय छोटे-मोटे कारोबार करनेवालों का व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। फुटपाथ पर मिठाई, खिलौने, पटाखे, मूर्तियां आदि बेचनेवालों को काफी नुकसान हुआ। पटाखों आदि की बिक्री तो प्रभावित हुई ही। बारिश में माल खराब होने का भी अंदेशा है। वहीं बारिश में बच्चों की दीपावली की खुशियां भी धुल गई है। दूसरे दिन भी लोग दीपक आदि ठीक से नहीं जला पाए। वहीं बारिश की वजह ही दीपावली जैसे पर्व क समय बिजली की कटौती भी काफी बढ़ गई है। इससे रंग-बिरंगी लाइटों की सजावट भी धरी रह गई। इधर, रुक-रुककर हो रही बारिश व सड़कें जलमग्न होने से लोग बाजार में कम ही निकले।