सारे जहां के लिए रहमत हैं हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु
तंजीम अहले सुननत कोडरमा के बैनर तले सोमवार को पैसरा नुरी मस्जिद में तअलीमी बेदारी कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मौलाना जमशेद जोहर, मौलाना मुमताज शमशी, मौलाना अजमल मिसबाही, मौलाना अब्दुल रउफ, कारी उस्मान गनी, मुफ्ती मोहिब आलम, मिसबाही मौलाना हाशिम कारी, मोइन कारी सुलेमान, मौलाना मनजुर कारी, हिबतैन कारी, अख्तर कारी, गुलाम जाबिर कारी, गुलाम मुस्तफा कारी, शमीम रहबर आदि ने भाग लिया।
जयनगर (कोडरमा): तंजीम अहले सुन्नत कोडरमा के बैनर तले सोमवार को पैसरा नुरी मस्जिद में तअलीमी बेदारी कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मौलाना जमशेद जोहर, मौलाना मुमताज शमशी, मौलाना अजमल मिसबाही, मौलाना अब्दुल रउफ, कारी उस्मान गनी, मुफ्ती मोहिब आलम, मिसबाही मौलाना हाशिम कारी, मोइन कारी सुलेमान, मौलाना मंजुर कारी, हिबतैन कारी, अख्तर कारी, गुलाम जाबिर कारी, गुलाम मुस्तफा कारी, शमीम रहबर आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज समाज के विकास में दहेज काफी बाधा डाल रहा है। जरूरत है इसे समाप्त करने की। वक्ताओं ने कहा कि बहुत सारे लोग अपनी शादी में दहेज नहीं लेने का संकल्प ले रहे हैं। साथ ही इस ओर पूरे समाज में जागरूकता फैलाने का भी काम कर रहे हैं। वहीं अध्यक्ष कबीरउद्दीन और सचिव उस्मान ने कहा कि शादी विवाह में ना तो डीजे का प्रयोग करेंगे और ना ही किसी को करने देंगे। वक्ताओं ने शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि मदरसा और स्कूल के समय बच्चे गलियों में नही बल्कि स्कूल और मदरसा में नजर आना चाहिए, ताकि बच्चे शिक्षित होकर एक बेहतर समाज का निर्माण करें। वक्ताओं ने यह भी कहा कि मोहम्मद साहब के जन्मदिन को एक मिसाल बनाएं, सिर्फ परंपरा ही नहीं। हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु वसलम सिर्फ मुसलमानों के लिए रहमत नहीं है, बल्कि सारे जहां के लिए रहमत है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब के जन्मदिवस पर गरीबों के बीच कंबल, फल, पुस्तक व मिठाई बांटना चाहिए साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पेड़ पौधे भी लगाने चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना शहादत फैजी ने की जबकि संचालन हजरत मौलाना मुमताज रजा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में तंजीम अहलेसुन्नत कोडरमा के सचिव मोहम्मद मुमताज रजा, निजाम उद्दीन, इदरीस, ताहीर आदि लगे हुए थे।