भाईचारे का संदेश देता है इस्लाम
यादे हुसैन कमेटी के बैनर तले शहीदे कर्बला कान्फ्रेंस जलसा क़ा आयोजन गुरूवार क़ी रात प्रखंड के दरगाह मुहल्ला स्तिथ सरकारी दरगाह परिसर मे क़ी गई। जलसा क़ी सदारत हाजी यूसुफ शेख ने की जबकि संचालन मो तैयबा अली रिजवी ने किया। जलसा में मुख्य वक्ता के रूप में मौलाना जमील अख्तर जमसेद्पुरी ने कहा कि इस्लाम धर्म शांती व भाई चारा क़ा संदेश देती हैं । इस्लाम मे दहशतगर्दों के लिये कोई जगह नही है।
मरकच्चो (कोडरमा) : यादे हुसैन कमेटी के बैनर तले शहीदे कर्बला कांफ्रेंस जलसा का आयोजन गुरुवार की रात्रि प्रखंड के दरगाह मुहल्ला स्थित सरकारी दरगाह परिसर में हुई। जलसा में मुख्य वक्ता के रूप में मौलाना जमील अख्तर जमशेदपुरी ने कहा कि इस्लाम धर्म , शांति व भाईचारे का संदेश देता है। इस्लाम मे दहशतगर्दो के लिये कोई जगह नही है। अपने वतन व अपने पड़ोसियों से मुहब्बत करना हर मुसलमानों की पहली प्राथमिकता हैं। मौलाना जमील अख्तर कादरी ने कहा कि शिक्षा दुनिया क़ी रोशनी है। इसलिये दीनी शिक्षा के साथ-साथ दुनियावी शिक्षा हासिल करना हर मुसलमान मर्द औरत पर फर्ज किया गया हैं। गुलाम रब्बानी ने कहा पैगम्बर मोहम्मद ने सच्चाई व इस्लाम को बचाने के लिये पूरे खानदान को कुर्बान कर दिया जो शहीदे कर्बला की दास्तान में मौजूद हैं। वहीं मौके पर मौजूद शायरे इस्लाम ने एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किए। जलसा की सदारत हाजी यूसुफ शेख ने की, जबकि संचालन मो. तैयबा अली रिजवी ने किया। मौके पर महताब आलम, कयूम शेख, असद इकबाल, मकबूल अंसारी, आजाद शेख, इनामुल शेख, मो. रफीक, हारून शेख, मुमताज शेख, अफजल शेख, जियाउल शेख, मो. सराज, पुतुल शेख, रहीस शेख, अल्ताफ आलम, अकरम अंसारी, मो. सोहराब व यूसुफ खान समेत कई लोग मौजूद थे।