अल्कोहल जांच को ब्लड सैंपल लिया तो डॉक्टर ने दिया इस्तीफा
कोडरमा डीसी के निर्देश पर सिविल सर्जन व अंचलाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने डोमचांच रेफरल अस्पताल जाकर वहां के प्रभारी डॉक्टर पी मिश्रा का ब्लड सैंपल लेने के बाद बवाल मच गया है।
डोमचांच (कोडरमा) : कोडरमा डीसी के निर्देश पर सिविल सर्जन युगेंद्र महतो व अंचलाधिकारी डोमचांच नाजिया अफरोज के नेतृत्व में एक टीम ने जब डोमचांच रेफरल अस्पताल जाकर अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर पी. मिश्रा का ब्लड सैंपल लिया तो बवाल मच गया।
उपायुक्त को किसी ने सूचना दी थी कि डॉक्टर पी. मिश्रा शराब के नशे में मरीजों का इलाज करते हैं। इसके बाद उपायुक्त ने सिविल सर्जन के नेतृत्व में वहां एक टीम भेजी। टीम ने वहां पहुंचकर डॉक्टर का ब्लड सैंपल अल्कोहल जांच के लिए लिया। इधर, डॉक्टर पी. मिश्रा सैंपल देने के बाद तुरंत नौकरी से इस्तीफा पत्र लिखकर वहां से चले गए। वहीं इसके बाद रेफरल अस्पताल की नर्स, एएनएम के साथ साथ स्थानीय ग्रामीण भी डॉक्टर पी. मिश्रा के समर्थन में उतर आए। जांच के लिए आई टीम को घेरकर लोग नारेबाजी करने लगे। इनका कहना था कि किसी भी कीमत पर डॉक्टर का ब्लड सैंपल ले जाने नहीं देंगे। लोगों का कहना था कि रेफरल अस्पताल में डॉ. पी मिश्रा पूरी निष्ठा के साथ काम करते हैं। ये प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों का इलाज करते हैं। शुक्रवार को सुबह से वे डॉक्टर 94 मरीज देख चुके थे। इस दौरान लोगों ने सीओ नाजिया अफरोज को अस्पताल के अंदर छोड़कर बाहर से ताला बंद कर दिया। लगभग एक घंटे तक वे अंदर बंधक बनी रहीं। : ::::पुलिस ने सीओ को कराया मुक्त:::
घटना की सूचना के बाद डोमचांच थाना की पुलिस दल बल के साथ रेफरल अस्पताल में पहुंचकर बंधक बनाए गए सीओ को मुक्त कराया। वहीं डॉक्टर के ब्लड सैंपल को जांच के लिए रांची भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। इस मामले में सीईओ नाजिया अफरोज ने कहा कि वे लोग उपायुक्त के आदेश पर मामले की जांच के लिए आए थे। कुछ लोगों के द्वारा कानून को हाथ में लेकर इस तरह की हरकत की गई, जो उचित नहीं है। ::::आवास से बुलाकर लिया गया ब्लड सैम्पल: डॉ. मिश्रा:::
वहीं इस मामले में फोन पर बात करने पर डॉक्टर पी मिश्रा ने बताया कि वे ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही नहीं करते हैं। दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। बावजूद इसके कुछ लोगों के द्वारा अनावश्यक की गई शिकायत पर लोग चले आएं। शराब पीकर ड्यूटी करने का आरोप सरासर गलत है। वे मरीज देखने के बाद दोपहर 3:00 बजे ड्यूटी ऑफ कर अपने आवास पर गए थे। इसके बाद डॉक्टर अरुण कुमार ड्यूटी पर थे। उन्हें फोन कर आवास से बुलाकर उनका ब्लड सैंपल लिया गया। वहीं इस्तीफा देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अभी इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहेंगे।