रणक्षेत्र बना दुर्गा मंडप परिसर, पूर्व जिप अध्यक्ष समेत आधा दर्जन घायल, रांची रेफर
बेलाटांड़ दुर्गा मंडप परिसर की जमीन को लेकर पिछले कई दिनों से चला आ रहा विवाद गुरुवार की सुबह करीब 11.30 बजे खूनी संघर्ष का गवाह बना।
कोडरमा, जेएनएन। झुमरीतलैया थाना से महज 50 मीटर दूरी पर स्थित बेलाटांड़ दुर्गा मंडप परिसर गुरुवार की सुबह करीब 11.30 बजे खूनी संघर्ष का गवाह बना। दुर्गामंडप परिसर की जमीन को लेकर पिछले कई दिनों से चला आ रहा विवाद अब खूनी संघर्ष का रूप ले चुका है। सुबह यहां महेश राय, उसके भाई आनंद राय, कैप्टन आनंद समेत कई लोग यहां जमीन की नापी करने के लिए आए थे। इसी दौरान यहां बसे लोगों के साथ इनकी तू तू-मै मै शुरू ही गई। बात आगे बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक पहुंच गई।
मारपीट के दौरान लोगों ने पूर्व जिला परिषद सदस्य महेश राय, उसके भाई आनंद राय, कैप्टन आनंद समेत उसके साथ आए लोगों को खदेड़-खदेड़ कर मारना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ के लोगों ने भी लाठी डंडे के साथ जमकर मुकाबला किया। दोनों तरफ से जमकर हुई मारपीट में महेश राय, आनंद राय समेत अन्य लोगों को गंभीर चोटें लगी है। लोगों ने मारपीट कर दोनों का सर फोड़ दिया और बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। इस मारपीट में दूसरी तरफ से भी कुछ लोग घायल हुए। आश्चर्यजनक रहा कि करीब 40 मिनट तक चले इस मारपीट के दौरान थाने का एक सिपाही भी यहां नहीं पहुंचा।
बाद में इन्हें एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें कोडरमा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। कोडरमा सदर अस्पताल से भी इनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया। उल्लेखनीय होगा कि झुमरी तलैया शहर के बीचों बीच स्थित बेलन सार्वजनिक दुर्गा पूजा परिसर की जमीन पर पिछले कई दशकों से स्वामित्व को लेकर विवाद चला रहा है। उक्त जमीन के तीन अलग-अलग दावेदार तक सामने आ चुके हैं।
इस बीच गत वर्ष कोडरमा के तत्कालीन उपायुक्त द्वारा उक्त जमीन की दाखिल खारिज वर्ष 2014 के खरीददार समरी देवी, पति खीरू साव के नाम से कर दिया गया। पिछले दिनों कोडरमा के एसडीओ ने उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त कर दिया था। इसी से विवाद बढ़ता चला गया और मामला खूनी संघर्ष तक पहुंच गया। दुर्गा मंडप के सचिव राजेंद्र जायसवाल समेत स्थानीय लोग कोडरमा जिला प्रशासन पर मामले में एक पक्ष के समर्थन में खड़े होने का आरोप लगा रहे हैं। इनका कहना है कि जब मामला स्वामित्व विवाद को लेकर न्यायालय में है तो प्रशासन कैसे किसी एक पक्ष के पक्ष में खड़ा होकर जमीन पर बाउंड्री कराने के लिए बार-बार सामने आ रहा है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने कोडरमा जिला प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और तिलैया थाना में भी जाकर हंगामा किया। लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन अब जमीन पर कब्जा दिलाने एवं करवाने के काम में लगी है जबकि यह काम न्यायालय का है। मामले में समरी देवी ने कोडरमा न्यायालय में 28 लोगों के खिलाफ लाया है जो विचाराधीन है।