तालाब की सफाई में नप ने लगाया जोर
छठ तालाब एक बार फिर से गंदे हो गए हैं। झुमरीतिलैया के विभिन्न तालाबों में अगले 4
झुमरीतिलैया (कोडरमा): छठ तालाब एक बार फिर से गंदे हो गए हैं। झुमरीतिलैया के विभिन्न तालाबों में अगले 48 घंटे में फिर साफ करने की चुनौती है। रविवार को नहाय-खाय के साथ लोक आस्था का पर्व छठ शुरू हो रहा है। 13 एवं 14 को छठ घाट पर अस्ताचलगामी एवं उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाना है। इधर, शुक्रवार एवं शनिवार को शहर के विभिन्न तालाबों में मां लक्ष्मी, मां काली एवं चित्रगुप्त पूजा समितियों के द्वारा स्थापित की गई प्रतिमाओं को तालाबों में विसर्जन किया गया है। वहीं शनिवार को नगर पर्षद के अध्यक्ष प्रकाश राम, कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेस कुमार, सीटी मैनेजर लेमांशु कुमार आदि ने छठ घाटों का निरीक्षण किया। अध्यक्ष प्रकाश राम ने कहा कि लगभग सभी तालाबों की सफाई पूर्ण कर ली गई है और जहां कुछ गंदगी है उसे सोमवार की सुबह तक साफ-सफाई कर लिया जाएगा। सीटी मैनेजर लेमांशु कुमार ने बताया कि शहर में 16 छठ घाट हैं जहां सफाई व्यवस्था लगभग पूर्ण कर ली गई है। कुछेक तालाबों में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया है उसे अतिशीघ्र साफ कराई जाएगी। सभी घाटों पर एक-एक पर्यवेक्षकों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है तथा घाटों की सफाई के लिए 30 अतिरिक्त मजदूर लगाये गए हैं। वहीं सड़कों पर छठ पूजा समितियों के द्वारा भव्य स्वागत एवं विद्युत सज्जा का कार्य शुरू कर किया गया है। शहर में लगभग आधा दर्ज स्थलों पर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। बताते चलें कि लोक आस्था का चारदिवसीय पर्व रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। सोमवार को खरना के साथ 36 घंटे का व्रतियों के लिए निर्जला उपवास शुरू होगा। वहीं मंगलवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित एवं बुधवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित के बाद पारन के साथ पर्व का समापन होगा। इधर, पर्व को लेकर शनिवार को व्रतधारियों के आवास पर छठ के गीत गूंजने लगे हैं। महिलाएं गीत गाकर तैयारी में जुट गई है। कांच ही बांस के बहंगिया.., रूनकी-झुनकी बेटी मांगिला.. जैसे गीत गाते हुए गेहूं को चुनने का कार्य किया और धोने के बाद इसे सुखाया जा रहा है। ::::::::::ट्रेनों में भारी भीड़, स्लीपर बन गई जेनरल बोगी::::::::::
झुमरीतिलैया: रांची, धनबाद समेत अन्य स्थलों से होते हुए कोडरमा होकर गुजरने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनों में छठ को लेकर ट्रेनों में काफी भीड़ देखी जा रही है। खासकर धनबाद से खुलने वाली गंगादामोदर एक्स., धनबाद-गया इंटरसिटी, रांची से खुलनेवाली हटिया-पटना रांची जनशताब्दी एक्स. में भारी भीड़ देखी जा रही है। कोडरमा में जेनरल बोगी में पैर रखने की जगह तक नहीं है। यात्री स्लीपर बोगी में चढ़ रहे हैं। यात्री ट्रेनों में चढ़ने को लेकर धक्का-मुक्की भी हो रही है। कई ट्रेनों में तो नो रूम दिखाए जा रहे हैं। वहीं तत्काल टिकट के लिए भी मारामारी हो रही है। इधर, ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए आरपीएफ एवं जीआरपी के द्वारा यात्रियों को सुरक्षित ट्रेन में चढ़ाने के लिए पहल की जा रही है। आरपीएफ निरीक्षक प्रभारी विजय शंकर ने बताया कि छठ को देखते हुए लोग सुरक्षित यात्रा करे इसके लिए कुछ अतिरिक्त समय के लिए बिहार जानेवाली ट्रेनों को रोका जा रहा है ताकि चढ़ने एवं उतरने में यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इधर, कई ट्रेनों में यात्री भीड़ के कारण यात्रा करने से भी वंचित रहे। कई लोग अपने वाहन एवं बसों के जरिए भी गांव जाने में लगे हैं। वहीं दूसरी ओर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद समेत अन्य राज्यों में कार्य करने वाले लोग छठ मनाने के लिए काफी संख्या में शनिवार को कोडरमा स्टेशन उतरे। :::::::कश्मीर एवं हिमाचल का सेब, महाराष्ट्र का संतरा, आंध्रा का नारियल व केला से मनेगा छठ::::::::::
झुमरीतिलैया: लोक आस्था के महापर्व छठ में छठ मैया एवं सूर्य देव को फल चढ़ाया जाता है। इसको लेकर शहर के स्टेशन रोड, झंडा चौक समेत कई इलाकों में अस्थायी दुकानें लग गई है। छठ को लेकर बाजारों में खरीदारी भी शुरू हो गई। शनिवार को शहर के बाजार में कद्दू 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिका। इधर, छठ के लिए सेव, केला, नारियल, संतरा के थोक विक्रेताओं के गोदाम एवं बाजार समिति में काफी संख्या में ट्रकों से उतरने का सिलसिला जारी है। अगले दो दिनों तक फल और पहुंचेंगे। मालूम हो कि इस वर्ष हाजीपुर के केला का आवक नहीं के बराबर है। केला की जरूरत को आंध्र प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल से पूरी की जा रही है। दूर से केला मंगाने के कारण ट्रांसपोर्टिंग खर्च अधिक होने के कारण केला का मूल्य बढ़ा है। :::::::बाजार में फलों के भाव:::::::::
सेब अमेरिकन छोटा पैटी : 7 किलो का 350 से 550 रुपये
सेब अमेरिकन बड़ा पेटी : 14 किलो का 600 से 600 रुपये
सेब डेलिसियस छोटा पेटी : 7 किलो का 350 से 400 रुपये
सेब डेलिसियस बड़ा पेटी : 14 किलो का 800 से 900 रुपये
संतरा : 23 किलो का 600 से 900 रुपये
नारियल थोक : 13 से 15 रुपये प्रति पीस
नारियल ढाभ : 800 से 1000 रुपया :::::::::खुदरा बाजार :::::::::
सेब : 80 से 90 रुपये
संतरा : 60 से 70 रुपये
अमरुद : 50 से 70 रुपये
नारियल : 20 से 25 रुपया प्रति पीस