Lok Sabha Polls 2019: 1952 में दिया था पहली बार वोट, अब भी वही उत्साह
Lok Sabha Polls 2019. बनवारी सिंह 92 वसंत देख चुके हैं। वे आज भी लोकसभा चुनाव की हर गतिविधि की जानकारी रखते हैं। जब भी चुनाव आता है तो उनकी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं।
मरकच्चो (कोडरमा), जेएनएन। मरकच्चो बड़ा अखाड़ा निवासी बनवारी सिंह अब तक 92 वसंत देख चुके हैं। वे आज भी लोकसभा चुनाव की हर गतिविधि की जानकारी रखते हैं। जब भी चुनाव आता है, तो चुनाव से जुड़ी उनकी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। वे अभी भी अपने घर के बाहर व छोटे भाई की दुकान पर बैठकर समाचार पत्र पढ़ते हैं और चुनाव के ताजा हालात से अवगत होने का प्रयास करते हैं।
इतना ही नहीं, वे आने-जाने वाले लोगों को मतदान के लिए जागरुक करते हैं। वे लोगों से साफ-सुथरी, कर्मठ, ईमानदार, एवं राष्ट्रहित में काम करने वाले प्रत्याशी को ही अपना मत देने के लिए प्रेरित करते हैं। अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहते हैं कि मैंने अपना पहला मतदान 1952 में किया था। उस समय मेरी उम्र लगभग 20 से 22 वर्ष होगी। पहले के और आज के चुनाव में काफी भिन्नता है।
पहले के चुनाव में लोग लोभ, लालच में पड़कर गांव के दबंगों के कहने पर वोट करते थे। लेकिन अब वह समय नहीं रह गया है। वे बताते हैं कि 1942 के आंदोलन में मेरी उम्र लगभग 16 से 17 साल की होगी। तब गांव के युवकों के साथ मेरी टोली पीछे-पीछे नारा लगाने में रहती थी। 1947 में भारत जब आजाद हुआ था, उस समय मिठाईयां बांटी गई थी। आज डिजिटल युग है।
अभी के समय में लगभग हर कोई अपनी वोट की कीमत अच्छी तरह समझने लगा है। अभी इस आधुनिक युग में हम बहुत कुछ ऐसा देखते हैं, जो हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मैं एक जागरुक और जिम्मेदार नागरिक हूं। इस बार भी मैं अपना वोट जिम्मेदार प्रत्याशी को दूंगा तथा दूसरों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करूंगा।