धान खरीद का 80 फीसद भुगतान बकाया, किसान परेशान
अजीत कुमार कोडरमा सरकार को निर्धारित समर्थन मूल्य पर धान बेचना किसानों को महंगे पड़ र
अजीत कुमार, कोडरमा : सरकार को निर्धारित समर्थन मूल्य पर धान बेचना किसानों को महंगे पड़ रहा है। धान के बदले 15 दिनों में किसानों को भुगतान का भरोसा दिलाया गया था, लेकिन अधिकतर किसानों को डेढ़ माह के बाद भी भुगतान नहीं मिला है। जिले के किसानों को धान के बदले करीब 32 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है, लेकिन अब तक केवल 6.15 करोड़ का ही भुगतान हुआ है। 31 मार्च तक धान क्रय किया जाना है लेकिन पैक्स से लेकर एफसीआइ के गोदाम धान से भरे पड़े हैं। पूर्व में कोडरमा जिले को 80 हजार क्विटल धान की खरीदारी का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि इस साल अब तक डेढ़ लाख क्विटल धान की खरीदारी हो चुकी है और अभी भी खरीद जारी है। जिले के 3,614 किसानों ने यह धान पैक्सों के माध्यम से बेचा है। सरकार के समर्थन मूल्य के साथ-साथ प्रति क्विंटल बोनस के लिहाज से करीब दो हजार रुपये प्रति क्विंटल की राशि किसानों को दी जानी है। हालांकि पिछले डेढ़ माह से किसानों को यह राशि नहीं मिल पा रही है। किसानों को धान के बदले भुगतान डीएम एसएफसी हजारीबाग के माध्यम से किया जाना है। इधर भुगतान नहीं होने की वजह फंड की कमी बताया जा रहा है। इससे धान बेचने वालों की चिता बढ़ रही है। होली जैसे पर्व के साथ-साथ किसानों के समक्ष शादी-विवाह को लेकर भी पैसे की समस्या आ रही है। वे लगातार पैक्सों का चक्कर काट रहे है।
वहीं जयनगर के सतडीहा पैक्स अध्यक्ष सुखदेव यादव ने किसानों को राशि नहीं मिलने पर चिता जाहिर की। उन्होंने कहा कि पैसा नहीं मिलने से किसान बौखलाया हुआ है। धान के बदले भुगतान की व्यवस्था जिला में होनी चाहिए, न कि हजारीबाग में। जिला में व्यवस्था होने पर किसानों को काफी राहत मिलती। । :::::क्या कहते हैं पदाधिकारी::::::::::
जिले में पैक्सों के माध्यम से 3,614 किसानों से डेढ़ लाख क्विटल धान की खरीद हुई है। 31 मार्च तक पैक्सों के माध्यम से धान की खरीद जारी रहेगी। भुगतान डीएम एसएफसी के माध्यम से होनी है। इसके लिए लगातार बात की जा रही है। जल्द ही भुगतान की संभावना है।
प्रमोद राम, डीएसओ कोडरमा