झारखंडः खूंटी के अनाथालय से दो नाबालिग लापता
झारखंड में खूंटी के आश्रय गृह से भी दो नाबालिग लड़कियों के लापता होने का मामला सामने आया है।
खूंटी, जेेएनएन। बिहार में मुजफ्फरपुर कांड के बाद देशभर में आश्रय गृह में रह रही लड़कियों और महिलाओं की स्थिति पर सवाल खड़े हो गए हैं। सोमवार को झारखंड में खूंटी के आश्रय गृह से भी दो नाबालिग लड़कियां लापता हैं।
जानकारी के मुताबिक, खूंटी में हुटार के डुगडुगिया स्थित सहयोग विलेज द्वारा संचालित नारी निकेतन में रह रही दो बालिकाएं सोमवार को भाग गईं। इस संबंध में नारी निकेतन की अधीक्षिका सोशन पूर्ति ने जिला बाल कल्याण पदाधिकारी एवं खूंटी थाना को सूचित कर दिया है।
अधीक्षिका ने बताया कि सोमवार को अहले सुबह दोनों बालिकाएं किसी को सूचित किए बगैर कैंपस से चली गईं। संस्था के कर्मियों ने दोनों की खोजबीन की गई, लेकिन वे नहीं मिलीं। उन्होंने कहा कि एक बालिका का व्यवहार पहले से संदिग्ध था। इसकी सूचना पत्र के माध्यम से बाल कल्याण पदाधिकारी को दी गई थी। इस संबंध में सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
दुमका में बालिका बाल गृह का अपना भवन नहीं
दुमका में बालिका बाल गृह का अपना भवन नहीं है। फिलहाल इसे समाज कल्याण विभाग के आफ्टर केयर होम के 10 कमरों में चलाया जा रहा है। इसका संचालन विकास भारती विशुनपुर के जरिए हो रहा है। यहां अभी 22 बालिकाएं रहती हैं, जिसमें 14 वर्ष की दो और शेष 20 इनसे कम उम्र की हैं। सुरक्षा के मद्देनजर चाहरदीवारी नहीं है। बाल गृह की प्रभारी काजल कुमारी के मुताबिक यहां बच्चियों को रहने व खाने के अलावा शिक्षा और हुनरमंद बनाने की व्यवस्था संस्था के माध्यम से है।
पाकुड़ में एवेरेट चेरिटेबल सोसायटी द्वारा संचालित एवेरेट होम है। ये किराये के मकान में संचालित है। इसमें अभी 8 लड़कियां है। सुरक्षित परिसर में महिला कर्मी की देखरेख में लड़कियां रहती है। संस्था 2016 में सरकार से निबंधित है। संस्था स्वयं के आय से होम का संचालन करती है।