पर्यटन महोत्सव में बिखरी सांस्कृतिक छटा
तोरपा : जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन निदेशालय झारखंड और जिला प्रशासन के तत्वावधान में शनिवार को सुदूर पेरवाघाघ जलप्रपात में पर्यटन दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। इस दौरान पेरवाघाघ जलप्रपात मांदर, ढोल और नगाड़े की थाप और गीत-सं
संवाद सूत्र, तोरपा : जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन निदेशालय झारखंड और जिला प्रशासन के तत्वावधान में शनिवार को सुदूर पेरवाघाघ जलप्रपात में पर्यटन दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। इस दौरान पेरवाघाघ जलप्रपात मांदर, ढोल और नगाड़े की थाप और गीत-संगीत से गूंज उठा। जिले के उपायुक्त से लेकर एसपी और वरीय अधिकारी तक नगाड़े की धुन पर खूब नाचे और गाना गाए।
जिले के वरीय अधिकारियों के साथ स्थानीय ग्रामीणों और स्कूली बच्चों ने पर्यटन महोत्सव में गीत-संगीत और लजीज व्यंजन के साथ प्राकृतिक छटा का खूब आनंद लिया। कई अधिकारी परिवार और मित्रों के साथ इस महोत्सव में शामिल हुए। अधिकारियों और उनके परिजनों ने वहां नौका विहार का भी आनंद लिया। क्षेत्र के लोक गायक लक्ष्मी नारायण बड़ाईक और अन्य कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गीत-संगीत प्रस्तुत कर लोगों को खूब झुमाया। मौके पर उपायुक्त ने पेरवाघाघ की सुंदरता को देखकर कहा कि यह जिले का सबसे खूबसूरत जलप्रपात और पर्यटन स्थल है।
कार्यक्रम का संचालन स्थापना अपर समाहर्ता देवदास दत्ता व बीपीओ नरेन्द्र कुमार ने किया। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर खूंटी जिले के पर्यटन स्थलों से संबंधित पत्रिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक आलोक, अपर समाहर्ता रंजीत कुमार लाल, एएसपी अभियान अनुराग राज, तोरपा एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा, खूंटी एसडीपीओ कुलदीप कुमार, मुख्यालय डीएसपी विकास आनंद लागुरी, जिला कल्याण पदाधिकारी सुषमा नीलम सोरेंग, कार्यपालक दंडाधिकारी रवींद्र गागराई, मेघनाथ उरांव, रोहित कुमार सिन्हा, जिला पर्यटन पदाधिकारी प्यारे लाल, नियोजन पदाधिकारी आषा मैक्सिमा लकड़ा, सिविल सर्जन डॉ. विनोद उरांव एवं श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, सभी बीडीओ व सीओ समेत जिले के तमाम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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राज्य का सबसे सुंदर जलप्रपात है पेरवाघाघ : डीसी
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि खूंटी एक ऐसा जिला जो प्राकृतिक व मनोरम ²श्य से संपूर्ण और संपन्न है। लेकिन, जिस तरीके से जिले में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देना था, उस प्रकार से पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पेरवाघाघ को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र को विकसित करने का एक बड़े बजट का प्रस्ताव पर्यटन विभाग को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यहां नौका विहार के लिए 20 लाइफ जैकेट प्रशासन द्वारा दिया गया है। एक-दो दिन में पैडल वाली दो बोट भी यहां आ जायेंगी, ताकि सैलानी बिना खतरे के नौका विहार का आनंद ले सकें। उन्होंने कहा कि प्रशासन वहां दो लोहे के पुल और स्थायी शौचालय का निर्माण बहुत जल्द कराएगा। वाच टॉवर और टूरिस्ट हट का निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि पेरवाघाघ में सालों भर 15 फीट से अधिक पानी रहता है। इसलिए यहां फिशरीज कैज दिए जाएंगे, ताकि स्थानीय लोग मछली पालन कर रोजगार प्राप्त कर सकें। डीसी ने कहा कि पेरवाघाघ ही नहीं जिले में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जिनका विकास हो जाए तो खूंटी जिला राज्य ही नहीं बल्कि देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल हो जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि बिरसा मृग विहार, बाबा अमरेश्वर धाम, पंचघाघ, पंगुरा जलप्रपात, रानी फॉल व लटरजंग डैम जैसे कई स्थल हैं, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इन सभी पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा। पेरवाघाघ के विकास में वहां के पर्यटन मित्रों के कार्यों की डीसी ने जमकर प्रशंसा की और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
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निर्भीक होकर खूंटी के पर्यटन स्थलों में आएं : एसपी
एसपी आलोक ने कहा कि खूंटी जिले के पर्यटन स्थलों में फरवरी तक लोगों का आगमन होता है। इसको देखते हुए पूरे दो महीने तक हर पर्यटन स्थल पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जिले का हर पर्यटन स्थल सुरक्षा के ²ष्टिकोण से पूरी तरह सुरक्षित हैं। सैलानी निर्भीक होकर खूंटी की प्राकृतिक छटाओं का आनंद उठाएं।
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ईश्वर ने खूंटी जिले को मुक्त हाथों से प्राकृतिक छटाएं दी : एसडीओ
एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने कहा कि जिला प्रशासन सामान्य पयर्टन के साथ ही जनजातीय पर्यटन व धार्मिक पर्यटन के अलावा अन्य सभी तरह के पर्यटनों के विकास के लिए लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने खूंटी जिले को मुक्त हाथों से प्राकृतिक छटाएं दी हैं।