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Lok Sabha Polls 2019: तब नहीं होती थी आचार संहिता की जानकारी

Lok Sabha Polls 2019. उस समय बैलेट पेपर से मतदान किया जाता था। मतपत्रों को बॉक्स में डाला जाता था। चुनाव में प्रचार के साधन के रूप में साइकिल का उपयोग होता था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 06:47 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 06:47 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019: तब नहीं होती थी आचार संहिता की जानकारी
Lok Sabha Polls 2019: तब नहीं होती थी आचार संहिता की जानकारी
खूंटी, जागरण संवाददाता। शहर निवासी सुरेंद्र कुमार जायसवाल 75 बसंत देख चुके हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बीते दिनों को याद किया और चुनावी चर्चा की। कहा कि 1962 में उन्होंने पहली बार मतदान किया था। उस समय बैलेट पेपर से मतदान किया जाता था। मतपत्रों को बॉक्स में डाला जाता था।

चुनाव में प्रचार के साधन के रूप में साइकिल का उपयोग होता था। छोटे-छोटे झंडे लगाकर आठ से दस सदस्यों का प्रचार करने निकलता था। मुंह वाले चोंगे से घर-घर जाकर प्रचार करते थे। प्रत्याशी अपने दल के साथ अपना परिचय करते हुए अपनी ओर से वोट देने का आग्रह लोगों से करते थे।

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पहले के चुनाव में न तो शोर-शराबा होता था और न ही गाजे-बाजे होते थे। पूर्ण रूप से शांति का माहौल रहता था। वोटरों को आचार संहिता के बारे में भी जानकारी नहीं होती थी। कुछ ही लोग आचार संहिता में बारे में जानते थे। पहले ज्यादा राजनीतिक दल भी नहीं होते थे।


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