गरीब, असहाय व जरूरतमंदों को मिलेगा निश्शुल्क भोजन
जिला प्रशासन द्वारा अनोखी पहल की जा रही है। अनुमंडल पदाधिकारी हेमंत सती ने बताया कि जरूरतमंदों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए खूंटी फूड बैंक योजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि जिन गरीब व असहाय परिवारों को भोजन नहीं उपलब्ध हो रहा है।
खूंटी : जिला प्रशासन द्वारा अनोखी पहल की जा रही है। अनुमंडल पदाधिकारी हेमंत सती ने बताया कि जरूरतमंदों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए खूंटी फूड बैंक योजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि जिन गरीब व असहाय परिवारों को भोजन नहीं उपलब्ध हो रहा है। उन तक फूड बैंक की सहायता से भोजन पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न आपदा की इन परिस्थितियों में ऐसे लोग व परिवार जो भूख से पीड़ित हैं, उन तक जिला प्रशासन के फूड बैंक की टीम पहुंचेगी। होटलों और शादी पार्टी में प्रतिदिन काफी मात्रा में भोजन व नाश्ता बच जाता है, जिसे अक्सर फेंक दिया जाता है एवं भोजन बर्बाद हो जाता है। इस भोजन को फूड बैंक में स्टोर करते हुए जरूरतमंदों के बीच वितरित कर उनकी भूख मिटाई जा सकती है। इसके लिए एफएसओ प्रकाश चंद गुग्गी को फूड बैंक का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में अभी भी कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनके घरों में भोजन नहीं बन पाता है। उनके लिए फूड बैंक बनाया जा रहा है। यहां से असहाय, गरीब और जरूरतमंदों को भोजन मिलेगा, जो बिल्कुल निश्शुल्क रहेगा।
एसडीओ ने बताया कि फूड बैंक की सफलता के लिए आगामी रविवार को चार प्रखंडों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें कर्रा, तोरपा, खूंटी एवं मुरहू में वृहद रूप से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। लोगों को जागरूक किया जाएगा कि बचे हुए भोजन से जरूरतमंदों की सहायता की जा सकती है। इस माध्यम से शेल्टर होम, वृद्धा आश्रम व अनाथालय आदि में उचित रूप से भोजन उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस फूड बैंक में जिले के होटलों, ढाबों, शादी पार्टी व अन्य में बचे हुए भोजन एकत्रित कर असहाय गरीबों के बीच वितरित किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने होटलों व रेस्त्रां के व्यवसायियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। इसके लिए इंडियन रोटी व फीड इन इंडिया एनजीओ को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी के आपसी समन्वय से निश्चित ही फूड बैंक का उद्देश्य पूर्ण होगा।