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खूंटी के बोरी बांध मॉडल को मिला जलशक्ति पुरस्कार

आकांक्षी जिला खूंटी में जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसायटी द्वारा जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन चलाकर जल संरक्षण के लिए बनाए गए बोरी बांध के मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा खूंटी के बोरी बांध मॉडल को गत 28 अगस्त को राष्ट्रीय जल शक्ति पुरस्कार दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 06:48 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 06:48 PM (IST)
खूंटी के बोरी बांध मॉडल को मिला जलशक्ति पुरस्कार
खूंटी के बोरी बांध मॉडल को मिला जलशक्ति पुरस्कार

खूंटी : आकांक्षी जिला खूंटी में जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसायटी द्वारा जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन चलाकर जल संरक्षण के लिए बनाए गए बोरी बांध के मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय जलशक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा खूंटी के बोरी बांध मॉडल को गत 28 अगस्त को राष्ट्रीय जल शक्ति पुरस्कार दिया गया है।

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पुरस्कार समारोह ऑनलाइन माध्यम से संपन्न हुआ। इसमें राष्ट्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सचिव यूपी सिंह द्वारा खूंटी जिला प्रशासन के मुखिया डीसी शशि रंजन को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सचिव ने खूंटी में बने बोरी बांध की प्रशंसा की और कहा कि वे बोरी बांध देखने खूंटी आएंगे। उन्होंने कहा कि जिलेवासियों के सामूहिक प्रयासों से बोरी बांध का क्रियान्वयन व्यापक रूप से संभव हुआ है। इसके परिणामस्वरूप जल संरक्षण को लेकर जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बनाया गया बोरी बांध जन-जन से जुड़ चुका है। ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान खूंटी के डीसी शशि रंजन ने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय उत्साह से भरे सभी जिलेवासियों को जाता है। सकारात्मक सोच के साथ हम सभी मिलकर निश्चित ही विकास के नए आयाम तय करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सामूहिक प्रयासों से ही सफलता का पथ प्रशस्त होगा।

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जीत का हिस्सा है ग्रामसभा

उपायुक्त ने कहा कि ग्रामसभा के लोग इस जीत का हिस्सा हैं, जिन्होंने सीमेंट की बोरियों में बालू और मिट्टी भरकर बांध बनाने का काम किया। उपायुक्त ने सभी जिलेवासियों को बधाई देते हुए कहा कि जिले को मिले इस सम्मान के लिए जिलावासियों का प्रतिनिधित्व नीति आयोग के एडीएफ निखिल त्रिपाठी एवं दिव्या शर्मा ने किया। डीसी ने कहा कि सेवा वेलफेयर सोसाइटी ने इस दिशा में निरंतर सहयोग करते हुए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने के साथ उनके बीच रहकर बोरी बांध बनाने का काम किया।

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पूर्व में मिल चुका है स्कॉच अवार्ड

बोरी बांध के इस मॉडल को पूर्व में स्कॉच अवार्ड प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिल चुका है। खूंटी जिले में अब तक जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा लगभग 110 बोरी बांध बनाए गए। जबकि जल संरक्षण के इस तरीके को सीखकर अलग-अलग गांवों के लोगों ने 150 से ज्यादा बोरी बांध बनाए हैं। हजारों ग्रामीणों ने इस जलांदोलन से जुड़कर श्रमदान किया। फलस्वरूप कुल 44 ग्रामों में 110 बोरी बांध बनाए गए हैं। इससे लगभग एक हजार एकड़ जमीन की सिचाई हुई। इसके साथ ही मवेशियों के पीने का पानी, ग्रामीणों के नहाने-धोने के काम आया। गांवों में छाने वाले जल संकट छटी है। भूगर्भीय जलस्तर भी ऊपर आया है।

उपायुक्त ने कहा कि इन सभी संयुक्त प्रयासों के परिणामस्वरूप खूंटी में बोरी बांध सफलता की ऊंचाई तक पहुंचा है। यह भी तय हो गया है कि अब हर वर्ष जिले में जल संरक्षण की इस तरकीब को अपनाकर जिले में सैकड़ों बोरी बांध बनाए जाएंगे। इससे विकास के पथ पर ग्रामीणों का उत्साह और प्रबल होगा। ऑनलाइन समारोह के दौरान डीडीसी अरुण कुमार सिंह व डीआरडीए निदेशक इश्तियाक अहमद भी उपस्थित थे।

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आंदोलन में इनका रहा योगदान

जिला प्रशासन के वर्तमान डीसी शशि रंजन, विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, निवर्तमान डीसी सूरज कुमार, डीडीसी अरुण कुमार सिंह व नीति आयोग के एडीएफ निखिल त्रिपाठी के सकारात्मक सहयोग से सेवा वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अजय शर्मा, सचिव सबीता संगा, निखिल कुमार, देवा हस्सा, संदीप कुमार गुप्ता, मो. शकील पाशा, सुनील ठाकुर, सुशील सोय, सिद्धार्थ गुप्ता, सुदीप गुड़िया, देव महादेव, अजय टोप्पो, अगुस्तुस सुरीन, लक्ष्मण पाहन, मुचिराय ओड़ेया, क्लेमेंट पूर्ति समेत जिले के विभिन्न गांवों की ग्राम सभाओं का बोरी बांध निर्माण में अहम योगदान रहा। सीमेंट की खाली बोरियां वाईएफसी व वीकेएस समेत अन्य कंपनियां और संवेदकों ने निश्शुल्क उपलब्ध कराईं।

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वर्ष 2019 में हुई थी जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन की शुरुआत

जनशक्ति से जलशक्ति आंदोलन की शुरुआत वर्ष 2019 में सेवा वेलफेयर सोसाइटी ने की थी। जल्द ही लोगों का कारवां इस आंदोलन के साथ जुड़ने लगा। इसके लिए पहले संस्था ने चार अगस्त 2019 को शलेश्वरी भवन, कुंजला में और 23 अगस्त 2019 को सीआरडीपी, बिदा में सेमिनार का आयोजन किया। इन दोनों सेमिनारों में संस्था के अध्यक्ष अजय शर्मा, सचिव सविता संगा, कोषाध्यक्ष निखिल कुमार, देवा हस्सा व संदीप गुप्ता ने किसानों को बोरी बांध का महत्व बताया।


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