खूंटी में बवाल, ग्रामीणों ने घेरा थाना; एनएच जाम
पारंपरिक हथियारों से लैस करीब दो हजार ग्रामीणों ने मुरहू थाने का घेर लिया।
जागरण संवाददाता, खूंटी। पत्थलगड़ी के लिए लाए गए पत्थर के साथ दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू में मंगलवार को जमकर बवाल हुआ। पारंपरिक हथियारों से लैस करीब दो हजार ग्रामीणों ने मुरहू थाने का घेर लिया और पत्थर से भरे ट्रैक्टर छोड़ने व जेल भेजे गए मंगल पूर्ति व हीरालाल प्रधान की रिहाई की मांग करने लगे। इस दौरान उग्र ग्रामीणों ने थाने के सामने ही एनएच-75 को करीब साढ़े चार घंटे तक जाम कर दिया।
उग्र भीड़ के आगे पुलिस के पदाधिकारी भी बगल झांकते नजर आए। ग्रामीणों में काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थे। ग्रामीण कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। उनकी एक ही मांग थी कि दोनों को पहले छोड़ें तब हमलोग यहां से हटेंगे। चूंकि, दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया था, इसलिए पुलिस के लिए गिरफ्तार अभियुक्तों को तुरंत छोड़ना मुश्किल था। पुलिस ने कहा कि यह कोर्ट का मामला है, इसमें अब हमलोग कुछ नहीं कर पाएंगे। कोर्ट से कम सजा की मांग कर सकते हैं। इस पर ग्रामीण और उग्र हो गए। ग्रामीणों को उग्र होता देख अंत में पुलिस को लिखित आश्वासन देना पड़ा कि पकड़े गए लोगों को तीन दिनों के भीतर रिहा करा दिया जाएगा।
उसके बाद ग्रामीण वापस जाने को तैयार हुए। हालांकि इस पर ग्रामीणों में दो गुट हो गया। फिर से दूसरा गुट सड़क पर धरने पर बैठ गया। इसके बाद फिर से ग्रामीणों ने पुलिस को आवेदन दिया। इस आवेदन में गिरफ्तार दोनों लोगों की रिहाई और मुरहू थाना प्रभारी अरुण कुमार दुबे को निलंबित करने की मांग की गई। इस आवेदन को भी पुलिस को लेना पड़ा। इसके बाद दूसरा गुट भी धरने से हटा। तब जाकर सड़क जाम समाप्त हुआ।