खूंटी में पीएलएफआइ की गन फैक्ट्री जब्त
खूंटी मुरहू थानांतर्गत कुंकुसी जंगल में पहाड़ी पर लगी पीएलएफआइ की मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़।
खूंटी, जासं : मुरहू थानांतर्गत कुंकुसी जंगल में पहाड़ी पर लगी पीएलएफआइ की मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है। एक माह पूर्व ही संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप ने यहां फैक्ट्री लगाई थी।
यहां से एक लेथ मशीन, 10 एचपी का एक जेनेरेटर, 30 मीटर बिजली का तार, दो लोहा काटने की मशीन एवं बैरल बनाने के लिए रखे छह रॉड बरामद किए गए। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आलोक ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में दी।
वहीं पिछले साल अगस्त महीने में भी खूंटी पुलिस ने पीएलएफआइ सुप्रीमो द्वारा संचालित एक गन फैक्ट्री का खुलासा किया था। उस समय कोटांगेर और गोहारोम के बीच जंगल से 30 अर्द्धनिर्मित देसी पिस्टल, पिस्टल के 36 बैरल, 63 पिस्टर स्प्रिंग आदि बरामद किए गए थे।
खूंटी एसपी ने बताया कि कि 20 फरवरी को उन्हें गुप्त सूचना मिली कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप एवं जोनल कमांडर जीदन गुड़िया ने मुरहू थानांतर्गत ग्राम कुंकुसी स्थित जंगल में पहाड़ी पर गन फैक्ट्री लगा रखी है। वहां से हथियार बनाकर पीएलएफआइ के जोनल कमांडर गज्जू गोप एवं एरिया कमांडर अजय पूर्ति, दीत नाग व बगराय चंपिया को भेजा जाता है, जो उनके दस्ते के लिए काम करते हैं।
इसी सूचना पर छापामारी टीम बनाई गई। टीम में मुरहू थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता, झारखंड जगुआर एजी-22 के उप समादेष्टा मंगा कच्छप, एजी प्रभारी, सहायक समादेष्टा राजीव कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक अशोक प्रसाद ¨सह, विष्णुपद महतो, लाल टोपनो एवं अमृत कच्छप समेत सशस्त्र बल को शामिल किया गया।
टीम ने 21 फरवरी की सुबह कुंकुसी के दक्षिण स्थित पहाड़ी पर छापामारी की तो वहां गन फैक्ट्री पाई गई। मौके से गन बनाने के लिए रखी एक बड़ी लेथ मशीन, 10 एचपी का एक जेनेरेटर, 30 मीटर बिजली का तार, दो लोहा काटने की मशीन एवं बैरल बनाने के लिए रखे छह रॉड बरामद किए गए।
एसपी ने बताया कि आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप एवं जोनल कमांडर जीदन गुड़िया, गज्जू गोप तथा एरिया कमांडर अजय पूर्ति, दीत नाग व बगराय चंपिया ने करीब एक माह पूर्व इस गन फैक्ट्री लगाई थी।
उन्होंने बताया कि यह अनुसंधान किया जा रहा है कि यहां बनने वाले हथियारों की सामग्री की आपूर्ति कहां से हो रही थी।