धू-धूकर जला रावण, देखने उमड़ी भीड़
खूंटी : बुराई के प्रतीक रावण के पुतले दहन के साथ ही दशहरा पर्व हर्षोल्लास एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में शुक्रवार को संपन्न हो गया। रावण दहन का आयोजन महादेव मंडा में किया गया था। इस मौके पर लगे मेला का लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया। दशहरा मेला का उद् घाटन पुलिस अधीक्षक अश्वी कुमार सिन्हा ने किया।
खूंटी : बुराई के प्रतीक रावण के पुतला दहन के साथ ही दशहरा पर्व हर्षोल्लास एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में शुक्रवार को संपन्न हो गया। रावण दहन का आयोजन महादेव मंडा में किया गया था। इस मौके पर लगे मेला का लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया। उद्घाटन पुलिस अधीक्षक अश्रि्वनी कुमार सिन्हा ने किया। मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लंकापति रावण का वध कर भगवान श्रीराम ने बुराई का अंत किया था। हम प्रतिवर्ष रावण दहन का आयोजन करते हैं। इसके पीछे यही उद्देश्य है कि समाज में व्याप्त बुराइयों व कुरीतियों का अंत करने का संदेश समाज को दिया जाए। लेकिन, इस पर्व का उद्देश्य तभी पूरा होगा, जब हम अपने अंदर व्याप्त बुराइयों एवं सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि आइए आज हम यह संकल्प लें कि न तो बुरा करेंगे और न ही किसी तरह की बुराई या सामाजिक कुरीतियों को बढ़ावा देंगे। बाद में पुलिस अधीक्षक ने रावण के पुतले में आग लगाकर रावण दहन किया।
----
65 फीट के रावण का पुतला जला
महादेव मंडा में इस बार विजयदशमी पर 75 फीट ऊंचे रावण के पुतले का निर्माण किया गया था। साथ ही आकर्षक आतिशबाजी भी की गई। रावण दहन कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ी। हर कोई इसी कोशिश में था कि रावण को ज्यादा से ज्यादा नजदीक से देखा जाए।
-----
मेला में उमड़ी ग्रामीणों की भीड़ मेले में इस साल बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी। लोग अपने पूरे परिवार के साथ मेले का मजा ले रहे थे। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष पत्थलगड़ी समर्थकों को ग्रामीणों को मेले आने से रोका था, इसलिए अपेक्षित भीड़ एकत्र नहीं हो सकी थी लेकिन इस बार शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी भारी संख्या में ग्रामीण मेला का आनंद उठाने पहुंचे।
--
लगाए गए थे खाने-पीने के स्टॉल मेला में खाने-पीने की विभिन्न वस्तुओं के स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉल पर बच्चों व महिलाओं की भीड़ जुटी रही।