आपसी रंजिश में मारा गया था बसंत गुड़िया, दो गिरफ्तार
रनिया थाना क्षेत्र के बनई पंचायत के रोढ़ागढ़ा नाला में एक जनवरी को बरामद शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।
तोरपा : रनिया थाना क्षेत्र के बनई पंचायत के रोढ़ागढ़ा नाला में एक जनवरी को बरामद शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बरामद शव की पहचान तपकरा थाना के डेरांग निवासी 40 वर्षीय बसंत गुड़िया के रूप में की गई थी। इससे पूर्व बसंत के बड़े भाई धनिक गुड़िया ने तपकरा थाने में 28 दिसंबर को अपने भाई की गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया था। शव मिलने के बाद धनिक ने रनिया थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। इसके बाद तपकरा व रनिया पुलिस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की छानबीन शुरू की। हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में तोरपा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश तिवारी, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, रनिया थाना प्रभारी रौशन कुमार सिंह, एसआइ संदीप कुमार, पंकज कुमार, सत्यजीत कुमार, निशांत केरकेट्टा, जितेंद यादव, मिथलेश सहित सशस्त्र बल टीम ने मामले की तहकीकात करते हुए रंगरोड़ी के मनोज तोपनो व खटंगा के अलबेला कंडुलना उर्फ भेलो को बंसत गुड़िया की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपितों के जुर्म स्वीकार करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बाइक, कुदाल व मृतक बसंत का बाइक को बरामद कर लिया है। इस संबंध में तोरपा एसडीपीओ कार्यालय में शनिवार को एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि बसंत की हत्या आपसी रंजिश के कारण हुई थी। इस हत्याकांड में कुल सात लोग शामिल हैं। जिसमें दो की गिरफ्तारी हो गई। बाकि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। गिरफ्तार आरोपित के बयान के अनुसार 24 दिसंबर को बसंत गुड़िया को अपराधी खाने-पीने की बात कहकर डेरांग से बुला कर रंगरोड़ी ले गया था। उसी बीच जाने के क्रम में ही डोयंगेर में बंसत के साथ विवाद हो गया था। उसी विवाद के कारण अपराधियों ने बसंत की हत्या कुदाल से मार कर दी और रोढ़ागढ़ा नाला में शव को रख कर ऊपर से मिट्टी डाल दिया था। एसडीपीओ ने बताया कि अन्य पांच आरोपितों को बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।