पत्थलगड़ी समर्थकों ने प्रखंडकर्मियों को भेजा वापस
ग्रामसभा ने कहा कि गांव में ग्रामसभा ही सबकुछ है, यहां पर ग्राम विकास समिति गठन की कोई जरूरत नहीं है।
खूंटी, जेएनएन। सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में समुचित विकास के लिए सभी गांव में ग्राम विकास समिति का गठन करना है। इसकी जिम्मेदारी प्रखंड पदाधिकारियों को दी गई है। इसी क्रम में गुरुवार को अड़की प्रखंड कर्मी बीरबांकी और कोचांग में ग्राम विकास समिति का गठन करने गए थे। वहां के ग्रामीणों व ग्रामसभा के सदस्यों ने इसका खुलकर विरोध किया। ग्रामसभा ने कहा कि गांव में ग्रामसभा ही सबकुछ है, यहां पर ग्राम विकास समिति गठन की कोई जरूरत नहीं है। ग्रामसभा अपने से गांव का विकास कर सकती है। सरकार अपना फंड ग्रामसभा के खाते में सीधे दे। काफी विरोध होने पर प्रखंडकर्मी वापस प्रखंड मुख्यालय लौट गए।
वहीं, इस मामले में प्रखंड प्रमुख सीता नाग ने कहा कि गांव के विकास के लिए सरकार ने ग्राम विकास समिति गठन को मंजूरी दी है। इसमें गांव के लोग ही सदस्य होंगे। इसमें ग्रामीणों को विरोध नहीं करना चाहिए। अड़की प्रखंड विकास पदाधिकारी रंजीता टोप्पो ने कहा कि कुछ मुखिया इसका विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा पत्थलगड़ी समर्थकों को ग्राम विकास का गठन मंजूर नहीं है।
ऐसी कोई शिकायत मेरे पास नहीं पहुंची है। ग्रामीणों से बात की जाएगी, वे क्या चाहते हैं उनकी जरूरतों के अनुसार ही गांव में विकास योजनाएं चलेगी। इसके लिए ग्राम विकास समिति का गठन किया जाना है। समिति में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं रहेगा, गांव के लिए लोग इसके सदस्य होंगे।
-सूरज कुमार, उपायुक्त, खूंटी