Mob Lynching in Jharkhand: खूंटी में गोकशी में मॉब लिंचिंग, 1 की मौत- 2 घायल Khunti News
Mob Lynching. ग्रामीणों को सूचना मिली कि नदी किनारे गोवंशी पशु की हत्या की जा रही है। इसके बाद ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस पहुंचे और उनपर हमला कर दिया।
खूंटी, जासं। झारखंड में जारी भीड़ हिंसा की घटनाओं के बीच खूंटी के कर्रा में फिर एक मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई। खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र के जलटंडा सुवारी नाला के समीप रविवार की सुबह करीब 7:30 बजे गोकशी के आरोप में उग्र भीड़ ने तीन लोगों की जमकर पिटाई की। इसमें एक की मौत हो गई और दो लोग जख्मी हो गए। घटना के बाद से इलाके का माहौल तनावपूर्ण है।
मृतक रांची के लापुंग थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी कलंतुस बारला है। जबकि, घायलों में फिलिप होरो और कर्रा निवासी सागर कच्छप उर्फ फागू शामिल हैं। फिलिप का इलाज खूंटी के एक अस्पताल में चल रहा है। गंभीर रूप घायल सागर कच्छप रिम्स के आर्थो विभाग में डॉ. एलबी मांझी के यूनिट में इलाजरत है। डॉक्टरों के अनुसार उसका बांया हाथ टूट गया है।
इधर, घटना के बाद मौके पर कर्रा और खूंटी थाने की पुलिस पहुंची। मौके से छह लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। घटना की जानकारी मिलने पर रांची रेंज के डीआइजी एवी होमकर मौके पर पहुंचे। फिलहाल, पुलिस के वरीय अधिकारी गांव की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
पारंपरिक हथियारों से लैस होकर पहुंची थी भीड़
जानकारी के अनुसार जलटंडा सुवारी गांव के ग्रामीणों को सूचना मिली कि नदी किनारे गोवंशी पशु की हत्या की जा रही है। यह बात फैलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस होकर वहां पहुंच गए और गोकशी होता देख उनपर हमला कर दिया। भीड़ की पिटाई में कलंतुस, सागर और फिलिप घायल हो गए। इसकी सूचना कर्रा थाना प्रभारी को मिली।
इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि तीन लोग घायल पड़े हुए थे। कुछ लोग उनकी पिटाई कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें बचाकर स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद छह युवकों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस मारपीट करने में शामिल रहे अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने घटनास्थल से छोटे-छोटे थैले, जूता, चप्पल एवं शराब की बोतलें जब्त की हैं। साथ ही, गोवंशीय पशु के मांस को जमीन में गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है।