Lok Sabha Polls 2019: सीसीटीवी की निगरानी में पूरी होगी नामांकन प्रक्रिया
Lok Sabha Polls 2019. खूंटी लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। उपायुक्त कार्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
खूंटी, जागरण संवाददाता। खूंटी लोकसभा चुनाव को लेकर बुधवार से नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। उपायुक्त सूरज कुमार जिला निर्वाचन पदाधिकारी बनाए गए हैं। उपायुक्त कार्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
नामांकन के दौरान प्रत्याशियों के जुलूस एवं भीड़ को रोकने के लिए समाहरणालय के बाहर मुख्य द्वार पर बैरियर लगाया गया है। नामांकन के दौरान प्रत्याशी समेत सिर्फ पांच लोगों के प्रवेश की ही अनुमति है। समाहरणालय परिसर के भीतर किसी प्रत्याशी या फिर दल के लिए नारेबाजी करने की अनुमति नहीं होगी।
सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर
नामांकन प्रक्रिया पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। साथ ही इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। नामांकन कक्ष के अंदर एवं समाहरणालय परिसर पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे की जद में होगा। नामांकन 10 से 18 अप्रैल तक चलेगा। 20 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।
जबकि 22 को नाम वापस लिए जा सकेंगे। छह मई को मतदान होगा। नामांकन प्रक्रिया को शांतिपूर्वक पूरा कराने के लिए मंगलवार की देर रात तक उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ बैठक की।
सहायक निर्वाचन अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक हुई। इसमें खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपस्थित सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों व अंचलाधिकारियों से चुनाव से संबंधित विविध पहलुओं पर विमर्श किया गया।
उन्होंने पदाधिकारियों से विधानसभावार कुल प्रखंड, पंचायत, गांवों की संख्या, कुल मतदान केंद्रों की संख्या, मतदाताओं की संख्या और महिला मतदान केंद्रों की संख्या सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी ली। साथ ही उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने मतदान केंद्रों की विवरणी (वलनरेबल, क्रिटिकल, हाइपर क्रिटिकल, सेंसिटीव व नॉर्मल) की गहन समीक्षा की।
साथ ही पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की विवरणी व वोटिंग प्लान पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों से मतदानकर्मियों की आवश्यकता एवं उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली एवं चुनाव कार्य के सफल संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसमें ईवीएम, स्ट्रांग रूम तक पहुंचने के लिए सुदृढ़ योजना बनाने का निर्देश दिया। साथ ही क्लस्टर में उपलब्ध आवश्यक संसाधनों की जानकारी ली।
मौके पर जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ने पीपीटी के माध्यम से सुविधा पोर्टल से अनुमति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही एसएसटी, एफएसटी तथा सी-विजिल में मॉनिटरिंग की विवरणी की समीक्षा की। उपायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए विधि-व्यवस्था की स्थिति कायम रखने का निर्देश दिया।