सांसद कड़िया मुंडा बोले, खूंटी में राजनीति से प्रेरित है पत्थलगड़ी
सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि पत्थलगड़ी आदिवासियों की परंपरा रही है, लेकिन वर्तमान में की जा रही पत्थलगड़ी न तो परंपरा के तहत आती है और न ही रूढ़िवादी प्रथा से इसका कोई नाता है।
खूंटी। घाघरा में पत्थलगड़ी समर्थकों व पुलिस के बीच हुई झड़प व सांसद आवास से सुरक्षाकर्मियों के अगवा किए जाने की घटना केबाद सोमवार को अपने आवास अनिगड़ा में स्थानीय ग्रामीणों से रू-ब-रू होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि खूंटी की पत्थलगड़ी राजनीति के तहत हो रही है। इस पत्थलगड़ी को रूढ़िवादी और परंपरा से कोई लेना-देना नहीं है। कुछ लोग पत्थलगड़ी की आड़ में खूंटी को अशांत करने के लिए राजनीति कर रहे हैं। उनकी मंशा यहां की जनता कभी भी पूरी नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी आदिवासियों की परंपरा रही है, लेकिन वर्तमान में की जा रही पत्थलगड़ी न तो परंपरा के तहत आती है और न ही रूढ़िवादी प्रथा से इसका कोई नाता है। यह एक गहरी साजिश के तहत जिले के कुछ क्षेत्रों में की जा रही है। सांसद ने कहा कि मैं भी आदिवासी हूं, मैंने भी पत्थल गाड़ा है। पर, वर्तमान में जो कुछ लोग पत्थर पर भारत के संविधान की कुछ धारा को गलत ढंग से अंकित कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जो गलत है। लोगों के बीच सरकार और जिला प्रशासन के विरुद्ध जहर भरने का काम कर रहे हैं।
वैसे लोगों को चिह्नित कर जिला प्रशासन को कार्रवाई करने की जरूरत है। इस कार्रवाई में भले मेरा बेटा या भतीजा ही क्यों न हो उसपर भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। कानून सबसे के लिए बराबर है। वहीं, घाघरा गांव के बारे में कहा कि गांव में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाएगी। कोचांग दुष्कर्म मामले में सांसद ने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी है, उसकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए।