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छोटे-छोटे चेकडैम से गांव में आ सकती है खुशहाली

जागरण संवाददाता खूंटी जिला मुख्यालय से लगभग आठ किलोमीटर दूर भंडरा गांव में गुरुवार को दैनिक जागरण ने चुनावी चौपाल का आयोजन किया। इसमें ग्रामीणों ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर चर्चा की। गांव में विकास योजनाओं पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां लगभग 20 फीट चौड़ी सड़क बनी है। गांव खूंटी सिलादोन रोड पर स्थित है। लगभग एक वर्ष पूर्व भंडरा से डाड़ीघुटु सड़क बनाई गई है। पेयजलापूर्ति के लिए टंकी से पाइप के माध्यम से जगह-जगह स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं। गांव में दसवीं कक्षा तक स्कूल भी है। ग्रामीणों की जागरूकता के कारण सड़क एवं गलियां साफ-सुथरी नजर आती हैं। गांव में लगभग 250 घर है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 09:26 PM (IST)
छोटे-छोटे चेकडैम से गांव में आ सकती है खुशहाली
छोटे-छोटे चेकडैम से गांव में आ सकती है खुशहाली

खूंटी : जिला मुख्यालय से लगभग आठ किलोमीटर दूर भंडरा गांव में गुरुवार को दैनिक जागरण ने चुनावी चौपाल का आयोजन किया। इसमें ग्रामीणों ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर चर्चा की। गांव में विकास योजनाओं पर नजर दौड़ाई जाए, तो यहां लगभग 20 फीट चौड़ी सड़क बनी है। गांव खूंटी सिलादोन रोड पर स्थित है। लगभग एक वर्ष पूर्व भंडरा से डाड़ीघुटु सड़क बनाई गई है। पेयजलापूर्ति के लिए टंकी से पाइप के माध्यम से जगह-जगह स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं। गांव में दसवीं कक्षा तक स्कूल भी है। ग्रामीणों की जागरूकता के कारण सड़क एवं गलियां साफ-सुथरी नजर आती हैं। गांव में लगभग 250 घर हैं।

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ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनाने के लिए ग्रामीणों से जमीन ली गई। सड़क बन चुकी है। लेकिन कई लोगों को भूमि का मुआवजा नहीं मिला है। गांव के मंगरू प्रधान कहते हैं कि गांव के खेत उपजाऊ हैं। लेकिन सिंचाई के साधन नहीं हैं। इसलिए ग्रामीणों को मात्र एक फसल धान पर संतोष करना पड़ता है। तजना नदी में एक एक किलोमीटर की दूरी पर यदि चेकडैम बना दिया जाए तो गांव में खुशहाली आ जाएगी। पानी के अभाव में सही ढंग से खेती नहीं हो पाती है। भोजा लकड़ा कहते हैं कि ग्रामीणों को ग्रीन हाउस दिया जाता है, लेकिन पानी की सुविधा नहीं होने के कारण यह पूर्णत: अनुपयोगी है। सरकारी राशि का इसे दुरुपयोग ही कहा जा सकता है। यहां छोटा-छोटा डैम बनाकर पानी को रोककर सिचाई की सुविधा बहाल की जा सकती है। बाहा तिर्की एवं कुंवर तिर्की कहते हैं कि गांव के सभी जरूरतमंदों को उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन नहीं मिला है। डेयां तिर्की एवं भोजा लकड़ा कहते हैं कि गांव में सोलर लाइट दिया गया है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। और सोलर लाइट लगाने की जरूरत है। गैस कनेक्शन के लिए आवेदन दिए गए हैं, जरूरतमंदों को इसका लाभ दिया जाना चाहिए।

कई मामलों में ग्रामीणों में काफी जागरूकता देखी गई। ग्रामीण अपने आपसी विवादों का निबटारा ग्रामसभा के माध्यम से ही कर लेते है। प्रयास रहता है कि मामला थाना एवं कोर्ट कचहरी तक न पहुंचे। कृष्णा एवं भोजा लकड़ा बताते हैं कि कोर्ट कचहरी का चक्कर लगने पर दोनों पक्षों को काफी नुकसान पहुंचता है, इसलिए आपस में मिल बैठकर मामले को सलटाने का प्रयास किया जाता है। लोगों ने बताया कि केंद्र की उज्ज्वला, आयुष्मान बीमा, पीएम आवास योजना के तहत क्षेत्र में काफी काम हुए हैं। लेकिन इन योजनाओं को बिचौलियों से दूर रखने का जरूरत है ताकि सही व्यक्ति को इसका पूरा लाभ मिल सके।


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