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पार्षदों ने किया नप बोर्ड की बैठक का बहिष्कार

नगर पंचायत की ओर से सोमवार को आहूत सामान्य बोर्ड की बैठक का अधिकतर वार्ड पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। बैठक के एजेंडे पर असहमति जताते हुए पार्षदों ने यह कदम उठाया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 07:35 PM (IST)
पार्षदों ने किया नप बोर्ड की बैठक का बहिष्कार
पार्षदों ने किया नप बोर्ड की बैठक का बहिष्कार

खूंटी : नगर पंचायत की ओर से सोमवार को आहूत सामान्य बोर्ड की बैठक का अधिकतर वार्ड पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। बैठक के एजेंडे पर असहमति जताते हुए पार्षदों ने यह कदम उठाया।

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बैठक का बहिष्कार कर पार्षद नगर पंचायत कार्यालय के बगल में स्थित बहुउद्देश्यीय भवन में जमा हो गए। पार्षदों द्वारा बैठक का बहिष्कार किए जाने की सूचना मिलने पर जब मीडियाकर्मी वहां पहुंचे तो वहां मौजूद कुल 19 में 13 वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध जमकर अपनी भड़ास निकाली। पार्षदों ने आरोप लगाया कि कार्यपालक पदाधिकारी आशीष कुमार, अध्यक्ष अर्जुन पाहन व उपाध्यक्ष राखी कश्यप मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हिैं। किसी भी कार्य में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। पार्षदों से किसी भी मुद्दे पर विचार-विमर्श नहीं किया जाता है। पार्षदों के किसी अच्छे प्रस्ताव पर भी कोई सुनवाई नहीं होती है। सामान्य बोर्ड की बैठक मात्र औपचारिकता बनकर रह जाती है। बोर्ड की बैठक में जो भी फैसले लिए जाते हैं, उस पर अमल नहीं होता है। जेसीबी समेत अन्य किसी भी संसाधनों की खरीद प्रक्रिया में पार्षदों की कोई भूमिका नहीं रहने दी जाती है। यहां तक कि स्थायी कमेटी में शामिल तीन पार्षदों अर्पणा हंस, मेलानी सांगा व आनंद मसीह तिडू को भी किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी जाती है। पार्षदों ने तो यहां तक आरोप लगाया कि नगर पंचायत द्वारा संचालित सभी योजनाओं में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। गुणवत्ता का जरा भी ख्याल नहीं रखा जाता है। पार्षदों को योजनाओं का प्राक्कलन भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है, जिससे पार्षदों को प्राक्कलन राशि की जानकारी नहीं रहती है। इसके अतिरिक्त राजस्व वसूली के बारे में जानकारी मांगे जाने के बावजूद उसकी जानकारी नहीं दी जाती है। आरोप यह भी लगाया गया कि पार्षद अपने-अपने वार्ड में कोई योजना लाने का प्रस्ताव दिया जाता है तो उस पर गौर नहीं किया जाता है। वहीं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी की जी-हजूरी करने वाले कुछ पार्षदों के वार्ड में ही योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी के इसी रवैये से क्षुब्ध होकर 19 में से 13 वार्ड पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया। बहिष्कार करने के बाद बहुउद्देश्यीय भवन में जमे वार्ड पार्षदों को बैठक में शामिल होने के लिए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा कोई पहल नहीं की गई। पार्षदों का कहना है कि यदि नगर पंचायत द्वारा संचालित योजनाओं की निष्पक्ष जांच की जाए तो व्यापक पैमाने पर किए जा रहे बंदरबांट का खुलासा हो सकता है। बैठक का बहिष्कार करने वाले पार्षदों में आनंद मसीह तिडू, अर्पणा हंस, मेलानी सांगा, अनूप साहू, फरहिन शब्बा, विमला देवी, अलका देवी, प्रेमा भेंगरा, मनोहर नाग, शबनम खातून, सरोज भेंगरा, प्रभाता टोपनो तथा सुरेश मुंडा शामिल थे।

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बहिष्कार के बावजूद बोर्ड की बैठक में कई प्रस्ताव हुए पारित

नगर पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक का अधिकतर पार्षदों द्वारा बहिष्कार किए जाने के बावजूद कई प्रस्ताव पारित कर दिए गए। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए प्रत्येक घर से सूखा एवं गीला कचरा का उठाव करने, शहरवासियों को जागररूक करने एवं शहर को डस्टबीन मुक्त करने पर विचार-विमर्श किया गया। आगामी त्योहार को देखते हुए छठ घाटों की साफ-सफाई एवं लाइट की व्यवस्था, नगर पंचायत में कंट्रोल रूम, सभी घाटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात करने एवं शुभकामना संदेश का होर्डिंग लगाने आदि व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। जयपाल सिंह मार्केट, गया मुंडा काम्प्लेक्स, बाजार टांड़ एवं तमाड़ बस पड़ाव की दुकानों से किराया वसूली के लिए निजी एजेंसी को हस्तांतरित करने एवं डिफाल्टर दुकानदारों को हटाने व नए रूप से दुकान आवंटन करने का निर्णय लिया गया। तजना नदी मुक्तिधाम में लकड़ी रखने के लिए भवन निर्माण, शव वाहन खरीद एवं विभिन्न वार्डों में कब्रिस्तान घेराबंदी आदि विषय पर विचार-विमर्श किया गया। वार्ड नं. 15 के आइस्क्रीम फैक्ट्री रोड को पुनरिक्षित प्राक्कलन पर कार्य कराने का पर विचार-विमर्श किया गया। वार्ड नं. पांच में साके टोली से महुवा टोली तक सड़क निर्माण का निर्णय लिया गया। तय हुआ कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन लाभुकों ने अब तक कार्य शुरू नहीं किया है, उन्हें चिन्हित कर रद कर दिया जाएगा। 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत पार्क निर्माण एवं वेडिग जोन निर्माण पर प्रशासनिक स्वीकृति पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में कार्यपालक पदाधिकारी आशीष कुमार, अध्यक्ष अर्जुन पाहन, उपाध्यक्ष राखी कश्यप, कुछ वार्ड पार्षद, सिटी मैनेजर, सिटी मिशन मैनेजर, प्रधान सहायक, कार्यपालक अभियंता, सभी कनीय अभियंता, सभी सुपरवाइजर, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं नगर पंचायत के अन्य कर्मी उपस्थित थे।


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