अटकलों पर विराम, कालीचरण बने कांग्रेस प्रत्याशी
खूंटी कांग्रेस पार्टी ने खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कालीचरण मुंडा को प्रत्याशी घोषित कर अटकलों पर विराम लगा दिया है। कांग्र्रेस के टिकट पर कालीचरण मुंडा दूसरी बार खूंटी लोकसभा सीट के लिए चुनाव मैदान में
खूंटी : कांग्रेस पार्टी ने खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कालीचरण मुंडा को प्रत्याशी घोषित कर अटकलों पर विराम लगा दिया है। कांग्रेस के टिकट पर कालीचरण मुंडा दूसरी बार खूंटी लोकसभा सीट के लिए चुनाव मैदान में होंगे। इससे पूर्व प्रत्याशी बनाए जाने के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही थी, उनमें प्रदीप कुमार बलमुचू व दयामनी बारला व कालीचरण मुंडा शामिल थे।
2014 के चुनाव में कालीचरण मुंडा कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उस समय 147017 मत लाकर वे तीसरे स्थान पर रहे थे। भाजपा के कड़िया मुंडा 269185 वोट लाकर विजयी हुए थे। दूसरे स्थान पर रहे झारखंड पार्टी के एनोस एक्का को 176937 वोट मिले थे। महागठबंधन ने खूंटी लोकसभा सीट कांग्रेस को दी है। कालीचरण मुंडा 1992 एवं 1995 में तमाड़ से विधायक रह चुके हैं। वे शुरू से कांग्रेसी रहे हैं। उनके पिता मुचिराई मुंडा बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। उन्होंने 1966 से 1977 तक खूंटी विधानसभा एवं 1980 से 1992 तक तमाड़ विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था। सोमवार को उम्मीदवार की घोषणा होने पर कालीचरण मुंडा के आवास पर महागठबंधन के नेताओं एवं उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। देर रात तक मिठाई खाने-खिलाने का सिलसिला जारी रहा। कालीचरण मुंडा ने कहा कि भाजपा को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने काफी विचार कर एक सशक्त उम्मीदवार दिया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार दिलाना एवं किसानों की हालत में सुधार लाना चुनाव में मुख्य स्थानीय मुद्दा रहेगा। जिले से 70-80 हजार युवा रोजगार नहीं मिलने के कारण दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं। साथ ही किसानों की हालत दयनीय है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को वे दिउड़ी मंदिर जाएंगे और फिर महादेव मुंडा व अंगराबाड़ी में पूजा-अर्चना करेंगे। बुधवार को पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर चुनाव की रणनीति तय करेंगे। इसके बाद महागठबंधन के सभी सहयोगी दलों के साथ बैठक कर रणनीति बनाएंगे।