बस्ती में नहीं जला एक भी चूल्हा
कर्रा डाकघर रोड कर्रा निवासी जितेंद्र बड़ाईक व उसकी प्रेमिका बालालौंग रांची निवासी ललिता तिर्की (पिता स्व. लुम्का तिर्की) की हत्या का खुलासा अभी नहीं हो सका है। सोमवार को जितेंद्र
कर्रा : डाकघर रोड, कर्रा निवासी जितेंद्र बड़ाईक व उसकी प्रेमिका बालालौंग, रांची निवासी ललिता तिर्की (पिता स्व. लुम्का तिर्की) की हत्या का खुलासा अभी नहीं हो सका है। सोमवार को जितेंद्र बड़ाईक का शव उसके घर पहुंचते ही पूरे मोहल्ले में माहौल गमगीन हो गया।
कहने को तो जितेन्द्र बडाईक का अपना कोई नहीं था, लेकिन समूची बस्ती में दिनभर चूल्हा नहीं जला। लोग यही चर्चा करते रहे कि जितेंद्र बहुत मिलनसार युवक था। दोस्त इसके घर हमेशा आते-जाते रहते थे। सुबह ही जितेंद्र ने ललिता तिर्की को नए वस्त्र खरीद कर दिए थे, जिसे मृत्यु से पूर्व वह पहने हुए थी। हर जुबान पर बस एक ही चर्चा थी कि आखिर हत्या किसने की। वहीं पुलिस भी दिनभर हत्याकांड का खुलासा करने में लगी रही। कर्रा पुलिस दो-तीन बिंदु पर अनुसंधान कर रही है।