साक्षर हो डिजीटल की ओर बढ़ रहीं महिलाएं
खूंटी : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब शहरों की महिलाओं की बराबरी करने से ग
खूंटी : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब शहरों की महिलाओं की बराबरी करने से गुरेज नहीं कर रही हैं। उम्रदराज और अनपढ़ महिलाएं अब साक्षर होकर डिजिटल इंडिया की ओर कदम बढ़ाने लगी हैं। इसे लेकर तोरपा प्रखंड क्षेत्र की पतराटोली और चुरगी गांव में टाटा ट्रस्ट और महिला विकास केंद्र द्वारा गांव की महिलाओं को साक्षर करने का काम किया जा रहा है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं। मोबाइल पर अंकों की पहचान कर नंबर का मिलान कर अब बेहिचक बातचीत करने लगी हैं। यही नहीं गांव की अनपढ़ महिलाएं भी अब मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर सरकारी योजनाओं की भी जानकारी ले रही हैं। महिलाएं घर बैठे वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, राशन उपलब्धता, फसल बीमा और मनरेगा जैसी योजनाओं को लेकर खुलकर बात करने लगी हैं। घर के काम काज, खेत खलिहान से लेकर गाय, बैल, बकरी चराने का काम महिलाएं खुद संभालती हैं। बावजूद इसकी रात्रि पाठशाला में भी समय निकालकर गिनती और हिन्दी के अक्षरों का ककहरा सीख रही हैं। गाय, बैल चराने के बाद रात में जब सब सोती हैं, तो महिलाएं ज्ञान का प्रकाश जलाने में बड़ी तन्मयता से जुट जाती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को धरातल पर उतारने के लिए महिलाओं ने कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। मोबाइल के प्रयोग से अब सरकारी योजनाओ की जानकारी लेना महिलाओं के लिए आसान बन गया है।
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क्या कहती हैं महिलाएं
सलोमी होरो, अनस्तासिया भेंगरा, ज¨सता भेंगरा आदि महिलाओं ने कहा कि निरक्षर होने के कारण किसी भी योजना के बारे में नहीं समझ में आता था। मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं कर पाती थीं, लेकिन इस प्रशिक्षण से मैंने अब लिखना-पढ़ाना सीख लिया है। साथ ही मोबाइल पर अंकों की पहचान भी हो गई है। अब हम महिलाओं को कोई बेवकूफ नहीं बना सकता है।