आत्मचितन, मंथन व विचार करने का अवसर है करम : ओडेया
सरना धर्म सोतो समिति केंद्र डौगड़ा मुरहू में करम पर्व पारंपरिक विधि-विधान के साथ मनाया गया।
खूंटी : सरना धर्म सोतो: समिति केंद्र डौगड़ा, मुरहू में करम पर्व पारंपरिक विधि-विधान के साथ मनाया गया। धर्मगुरु बगरय ओडेया, धर्मगुरु भैयाराम ओडेया और धर्मगुरु सोमा कंडीर की अगुवाई में सरना में भगवान सिडबोंगा की पूजा-पाठ कर सुख, शांति और खुशहाली की की कामना की गई।
इस अवसर पर धर्मगुरु बगरय ओडेया ने कहा कि करम महज एक पर्व नहीं है, बल्कि यह अपने कर्मों के प्रति आत्मचितन, मंथन तथा विचार करने का अवसर है। अपनी गलतियों के लिए पश्चाताप कर आगे बढ़ने के लिए मन्नत मांगने का अवसर है। उन्होंने कहा कि अच्छे कामों से समाज में सुख, शांति, खुशहाली, भाईचारा तथा अच्छाई का संचार होता है, जिससे मानव जीवन में सदा सुख, शांति और खुशहाल बनी रहती है। अत: हमें अपने काम के प्रति हमेशा सजग रहना चाहिए तथा हमेशा अच्छा काम करना चाहिए। इस अवसर पर बिरसा कंडीर, सुगना पहान, टुटी ओड़ेया, सोमा मुंडा, नरन सिंह तोपनो, जमुना मुंडू, भंटी, मनय व विशुन आदि उपस्थित थे।