इलाज के अभाव में घायल युवक की मौत
चार महीने पूर्व 30 मई को जंगली हाथी के हमले में गंभीर रूप से घायल हुआ तपकरा थाना अंतर्गत डेरांग गांव निवासी मरकस गुड़िया के 35 वर्षीय पुत्र ललित गुड़िया का रविवार को निधन हो गया।
खूंटी : चार महीने पूर्व 30 मई को जंगली हाथी के हमले में गंभीर रूप से घायल हुआ तपकरा थाना अंतर्गत डेरांग गांव निवासी मरकस गुड़िया के 35 वर्षीय पुत्र ललित गुड़िया का रविवार को निधन हो गया। शव के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक के पिता मरकस गुड़िया ने बताया कि विगत 30 मई को जंगली हाथी के हमले में ललित बुरी तरह से घायल हो गया था।
हाथी द्वारा कुचले जाने से ललित की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई थी। घटना के बाद उसे तोरपा रेफरल अस्पताल लाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उसकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट बताते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया था। चिकित्सकों का कहना था कि उसका ऑपरेशन किया जाएगा, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण परिवार वाले उसे अन्यत्र कहीं अस्पताल न ले जाकर वापस घर ले गए। मरकस गुड़िया ने बताया कि उसके पास घायल पुत्र के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। उसने सोचा था कि जब वन विभाग से इलाज के लिए पैसा मिलेगा, तब उसका इलाज ठीक से कराया जाएगा। रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट के कारण उठने-बैठने और चलने-फिरने में असमर्थ ललित गुड़िया की रविवार को इलाज के अभाव में मृत्यु हो गई। दूसरी ओर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे वनकर्मियों ने बताया कि वन प्रमंडल पदाधिकारी का स्थानांतरण और पदस्थापन के कारण घायल को मुआवजा से संबंधित चेक देने में विलंब हो गया। दो दिन पूर्व गत शुक्रवार को ही मुआवजे के रूप में 84 हजार का चेक वन विभाग ने काटा था, जिसे सोमवार को बैंक में जमा करना था, लेकिन इसी बीच घायल युवक की मृत्यु हो गई। वनकर्मियों ने बताया कि अब नए सिरे से मृत्यु संबंधित मुआवजे का चेक पीड़ित परिवार को दिया जाएगा।