न्यायालय के फैसले से हुई सत्य की जीत : विहिप
लखनऊ के एक विशेष न्यायालय द्वारा बुधवार को 28 वर्ष पूर्व अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी व डा. मुरली मनोहर जोशी सहित सभी 32 आरोपितों को इस मामले में बरी करने का फैसला सुनाए जाने पर खूंटी में विहिप व बजरंग दल सहित अन्य हिन्दूवादी संगठनों में खुशी की लहर दौड़ गई।
खूंटी : लखनऊ के एक विशेष न्यायालय द्वारा बुधवार को 28 वर्ष पूर्व अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी व डा. मुरली मनोहर जोशी सहित सभी 32 आरोपितों को इस मामले में बरी करने का फैसला सुनाए जाने पर खूंटी में विहिप व बजरंग दल सहित अन्य हिन्दूवादी संगठनों में खुशी की लहर दौड़ गई।
जैसे ही यह समाचार खूंटी पहुंचा तो हिन्दूवादी संगठनों के नेताओं ने लड्डू बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया। अयोध्या में वर्ष 1990-92 में हुए कार सेवा के दौरान अयोध्या गए शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता भोलानंद तिवारी, आरएसएस के मदन मोहन गुप्ता, भाजपा नेता ज्योतिष भगत, बाल गोविद सिंह व गणपत चौधरी आदि ने न्यायालय के आज के फैसले को सत्य की जीत बताते हुए कहा कि न्यायालय के इस ऐतिहासिक फैसले से यह भी साफ हो गया है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने विद्वेष में हिन्दूवादी नेताओं को फंसाने के उद्देश्य से यह झूठा केस दायर किया था। विहिप के जिलाध्यक्ष विनोद जायसवाल, जिला सह मंत्री प्रियांक भगत एवं बजरंग दल के जिला संयोजक विशाल साहू ने भी न्यायालय के फैसले पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायालय के इस ऐतिहासिक फैसले से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि सत्य को कुछ दिनों तक परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता।