ड्रोन से पत्थलगड़ी समर्थकों और उग्रवादियों पर कंट्रोल की कवायद
कोचांग कुरूंगा में पुलिस कैंप खुलने के साथ ही उग्रवादियों पर नजर रखी जा रही है। इसमें ड्रोन कैमरा पुलिस की बहुत मदद कर रहा है।
खूंटी : पत्थलगड़ी की घटना में सुर्खियों में आया खूंटी जिले में राज्य सरकार ने पत्थलगड़ी समर्थकों और उग्रवादियों से निपटने के लिए अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध करा दिया है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने पत्थलगड़ी समर्थकों की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए खूंटी में चार ड्रोन कैमरा मंगवाया है।
दो ड्रोन कैमरा को अड़की क्षेत्र में भेजा गया है। इसमें एक कोचांग और दूसरा कुरूंगा में दिया गया है। इसके अलावा दो खूंटी और मुरहू क्षेत्र के लिए रखा गया है। कोचांग-कुरूंगा में पुलिस कैंप खुलने के साथ ही उग्रवादियों पर नजर रखी जा रही है। इसमें ड्रोन कैमरा पुलिस की बहुत मदद कर रहा है। दरअसल अड़की क्षेत्र के घने जंगल में उग्रवादियों के छिपने का सेफ जोन माना जाता है।
उसी क्षेत्र में पत्थलगड़ी समर्थक और कोचांग दुष्कर्म घटना के आरोपी भी छिपे हैं। इन सभी की खोजबीन में ड्रोन कैमरा पुलिस के लिए काफी मददगार हो रहा है। एसडीएम प्रणव कुमार पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ड्रोन कैमरा बहुत ही पॉवरफुल दिया गया है। एक ड्रोन कैमरा आठ किलोमीटर की दूरी तक कवर कर सकता है। उग्रवादियों की फोटो दूर से ही कैदकर उसे भेज सकता है। उन्होंने कहा कि खूंटी जिला सेंसेटिव हो गया है, इसलिए यहां पर ड्रोन कैमरे की बहुत जरूरत थी।
पत्थलगड़ी प्रभावित बीस गांव में विकास कार्यों पर चर्चा
पत्थलगड़ी प्रभावित बीस गांव में विकास कार्यों में हो रही कठिनाइयों पर बुधवार को उपायुक्त सूरज कुमार ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दिया। विकास कार्यों की देखरेख के लिए नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है।
इन्हें प्रतिदिन ग्रामीणों के साथ बैठक कर गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, भवन की स्थिति, आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति, आखड़ा, उज्ज्वला, सोलर लाइट, सामुदायिक भवन, हैंडपंप, कुआं की स्थिति, विद्युत आपूर्ति, घरों में विद्युत की उपलब्धता, सड़क, शौचालय, विद्यालय में बच्चों का मध्याह्न भोजन, वृद्धा पेंशन लाभुक, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, सखी मंडल, केसीसी, बैंक खाता एवं बीमा, मनरेगा, धान रोपनी, सिंचाई, खेल मैदान, मोबाइल कनेक्टिविटी, पीडीएस दुकान, पशुपालन आदि की स्थिति आदि से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना है।
बैठक में डीआरडीए निदेशक इश्तियाक अहमद, एसडीएम प्रणव कुमार पाल सहित कई विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।