वनोत्पाद से आचार बनाकर आत्मनिर्भर बन रही अनीता
खूंटी जिले के रनिया प्रखंड क्षेत्र के जंगलों में मिलने वाले वनोत्पाद से अचार बनाकर अनीता देवी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर सामने आई है।
रनिया : खूंटी जिले के रनिया प्रखंड क्षेत्र के जंगलों में मिलने वाले वनोत्पाद से अचार बनाकर अनीता देवी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर सामने आई है। रनिया प्रखंड अंतर्गत खटखुरा पंचायत के कैनबाकी गांव की रहने वाली अनीता देवी 2016 से जेएसएलपीएस से जुड़ी हैं। अनीता जंगल और ग्रामांचलों में मिलने वाले आम, अदरक, कुद्रुम, करील, नींबू, कटहल, मिर्चा, आंवला, इमली, ओल, डउ सहित अन्य प्रकार के आचार अपने घर पर बनाकर उसे साप्ताहिक हाट और लोकल बाजार में बेच रही हैं। आचार बनाकर अनीता प्रतिमाह सात हजार रुपये की आमदनी कर रही हैं। अनीता चमेली आजीविका स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं। अनीता बताती है कि वर्ष 2019 में उसने ग्राम संगठन के मार्फत जेएसएलपीएस से 20 हजार रुपये का ऋण लिया था। इसके बाद अनीता जंगल और गांव में मिलने वाले आम, अदरक, कुद्रुम, करील, नींबू, कटहल, मिर्चा, आंवला, इमली, ओल, डउ सहित अन्य प्रकार वनोत्पादों के आचार बनाने का काम शुरू किया। अपने घर पर आचार बनाकर उसे साप्ताहिक हाट और लोकल बाजार में बेचने लगी। समय के साथ उसका बाजार बढ़ता गया और लोगों को अनीता के बनाए आचार पसंद आने लगे। अनीता के मुताबिक आचार बनाकर बेचकर उसे प्रत्येक माह सात हजार रुपये की आमदनी हो रही है। अपीता जेएसएलपीएस से लिया गया ऋण 20 हजार रुपये अब चुकता कर चुकी है।
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पलाश मार्ट में मिलेगा आचार
जेएसएलपीएस ने अनीता के आचार बाजार को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का काम किया है। अब अनीता देवी के बनाए आचार विभिन्न स्थानों में पलाश मार्ट पर भी मिलेगा। जिला मुख्यालय स्थित पलाश मार्ट में अचार को बेचने में मदद पहुंचाने की बात कही। अनीता के बनाए आचार बाजार में 200 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। अनीता को इस कार्य में महिला समूह की एक अन्य दीदी का भी सहयोग मिल रहा है।