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Lok Sabha Polls 2019: असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने को उडऩदस्ता दल का गठन

Lok Sabha Polls 2019. जिले में शांतिपूर्ण निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव के लिए तैयारियां की जा रही हैं। असामाजिक तत्वों पर निगरानी के लिए उडऩदस्ता दल का गठन किया गया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 06:21 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 06:21 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019: असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने को उडऩदस्ता दल का गठन
Lok Sabha Polls 2019: असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने को उडऩदस्ता दल का गठन

खूंटी, जागरण संवाददाता। जिले में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव संपन्न कराने के निमित्त व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान क्षेत्र में अत्यधिक प्रचार खर्च, नकद या घूस के रूप में वस्तुओं का वितरण, अवैध हथियार, गोला-बारूद, मदिरा या असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर निगरानी रखने के लिए उडऩदस्ता दल का गठन किया गया है।

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यह जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त सूरज कुमार ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि यह उडऩदस्ता दल आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और संबंद्ध शिकायतों के मामलों पर भी कार्रवाई करेगा। संवेदनशील क्षेत्रों में परिस्थिति के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल या राज्य सशस्त्र बल को भी उडऩदस्ता दल में शामिल किया जा सकता है।

निर्वाचकों को प्रभावित करने के लिए नकदी अथवा घूस के रूप में किसी भी वस्तु का वितरण या बाहुबल का इस्तेमाल करना आइपीसी की धारा-171 ख और 172 ग के अंतर्गत अपराध है और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-123 के अंतर्गत भ्रष्ट आचरण है।

आइपीसी की धारा-171 ख के अनुसार कोई भी व्यक्ति निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी व्यक्ति को उसके मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्प्रेरित करने के उद्देश्य से नकद या उपहार का लेन-देन करता है तो वह एक वर्ष तक के कारावास या जुर्माना अथवा दोनों का भागी होगा।

उपायुक्त ने बताया कि उडऩदस्ते के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा रिश्वत लेने व देने वाले व्यक्तियों, अन्य व्यक्ति जिनसे निषिद्ध वस्तुएं जब्त की गई हैं या ऐसे अन्य असामाजिक तत्व जो गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, उनके विरुद्ध शिकायत/एफआइआर तत्काल दाखिल की जाएगी।

यदि उडऩदस्ते का घटनास्थल पर तत्काल पहुंच पाना संभव नहीं हो तो सूचना घटनास्थल के सबसे नजदीक मौजूद निगरानी दल या उस क्षेत्र के पुलिस स्टेशन को दी जानी है। इसके उपरांत इनके द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) में कार्यकारी मजिस्ट्रेट तथा पुलिसकर्मी चेकपोस्ट पर प्रतिनियुक्त किए गए हैं।

कुछ निगरानी दलों में क्षेत्र की संवेदनशीलता के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी शामिल किया जा रहा है। यह दल संवेदनशील बस्तियों में चेकपोस्ट स्थापित करने और अपने क्षेत्र में अवैध शराब, रिश्वत की वस्तुओं या भारी मात्रा में नकदी, हथियार और गोला-बारुद के लाने ले जाने तथा असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर भी नजर रख रहे हैं।

बूथों पर सुरक्षा बल कर रहे कॉन्फिडेंस बिल्डिंग कार्यक्रम

उपायुक्त ने बताया कि जिले के संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र के मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कॉन्फिडेंस बिल्डिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें एक भी मतदाता ना छूटे का संदेश प्रेषित करते हुए जनसामान्य को आसन्न चुनाव में निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान के लिए आगे आने की अपील की जा रही है।


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