जन-धन की चाह में महिलाओं ने लांघी लक्ष्मण रेखा
मिहिजाम (जामताड़ा) केंद्र सरकर की ओर से जन-धन योजना के खाताधारियों के खाते में पैसा आने की सूचना मिलते ही इलाके की महिलाओं का भीड़ बैंकों के सामने सोमवार को उमड़ पड़ी। महिलाएं पहले मैं के चक्कर में कोरोना से बचाव को शारीरिक दूरी बनाए रखने का प्रावधान सरेआम तोड़ती दिखीं। उनके सामने बैंक प्रबंधन की भी एक नहीं चली।
मिहिजाम (जामताड़ा) : केंद्र सरकर की ओर से जन-धन योजना के खाताधारियों के खाते में पैसा आने की सूचना मिलते ही इलाके की महिलाओं का भीड़ बैंकों के सामने सोमवार को उमड़ पड़ी। महिलाएं पहले मैं के चक्कर में कोरोना से बचाव को शारीरिक दूरी बनाए रखने का प्रावधान सरेआम तोड़ती दिखीं। उनके सामने बैंक प्रबंधन की भी एक नहीं चली। पुलिस आई तभी तक प्रावधान का अनुपालन किया जाता रहा, जब तक जवान वहां खड़े रहे। पुलिस के जाते ही ग्राहकों में फिर आपाधापी शुरू हो गई।
सोमवार को डाक बंगला के पास बैंक ऑफ इंडिया की फ्रेंचाइजी शाखा के पास खुलने के पहले ही दर्जनों महिलाएं जमा हो गई। सभी अपने-अपने खाता को क्रमवार रख तो दिया परंतु बैंक दरवाजा के सामने बैठने के लिए आपाधापी शुरू कर दी। बैंक के सामने एकत्र हुई महिलाओं में कई बार तू-तू मैं-मैं भी हुई। इस दौरान पेट्रोलिग पुलिस ने इन महिलाओं को दूरी बनाए रखने की सलाह भी दी। दूर-दूर बैठकर अपनी बारी आने का इंतजार करने की हिदायत भी दिया परंतु महिलाएं पुलिस को सुनने को तैयार नहीं थीं। एक जगह पर जमा होकर अपने घरेलू समस्या को एक-दूसरे से बांटने में लग गई।
बैंक खुलने के बाद शाखा प्रबंधक ने सभी को दूर-दूर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करने को कहा परंतु किसी भी महिला का कान में जूं तक नहीं रेंगी। कुछ महिलाओं से बात करने पर बताया मोदी जी ने जो पैसा हमारे खाते में दिया, उसे उठाकर घर के आवश्यक खाद्य सामग्री की खरीदारी की जाएगी। लोगों का जमावड़ा बैंक के सामने लगता देख कई बार शाखा प्रबंधक ने बैंक को बंद कर दिया। बाद में कई बार बंद करने की धमकी भी दी लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा था। भीड़ की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुरेश प्रसाद ने भी महिलाओं को दूरी बनाकर रहने की हिदायत दी। कुछ समय के लिए महिलाएं कुछ दूरी बनाते हुए रही परंतु पुलिस के जाने के बाद फिर वहीं जस की तस स्थिति बन जाती थी। कई बार पेट्रोलिग में शामिल पुलिस अधिकारी, जवान व थाना के मुंशी तक महिलाओं को दूरी बनाने की अपील करते रह गए परंतु कोई महिला सुनने को तैयारी नहीं थी। जबकि स्थानीय लोग कोसते हुए कह रहे थे कि इन्हें कौन समझाए। सरकार व प्रशासन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए खतरे में सेवा रहे हैं पर कुछ लोग उनके अथक प्रयासों पर ऐसे पानी फेर रहे हैं।