ग्राम पंचायत विकास योजना में जलसंरक्षण को मिलेगी प्राथमिकता
नारायणपुर (जामताड़ा) प्रखंड सभाकक्ष में गुरुवार को ग्राम पंचायत विकास योजना के माध्यम से पंचायतों में समग्र विकास के लिए (जीपीडीपी) कार्यशाला की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए बीडीओ महेश्वरी प्रसाद यादव ने कहा कि ग्रामसभा कैसे होगा कहां कौन सी योजना ली जाएगी।
नारायणपुर (जामताड़ा) : प्रखंड सभाकक्ष में गुरुवार को ग्राम पंचायत विकास योजना के माध्यम से पंचायतों में समग्र विकास के लिए (जीपीडीपी) कार्यशाला की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए बीडीओ महेश्वरी प्रसाद यादव ने कहा कि ग्रामसभा कैसे होगा, कहां कौन सी योजना ली जाएगी। पंचायत स्तर पर दल बनेगा आदि तथ्यों की जानकारी कार्यशाला में दी जाएगी। उस पर अमल करना है।
ग्राम पंचायत में ही वित्तीय संसाधन का आकलन : प्रशिक्षक सह जिला परियोजना पदाधिकारी मोतीउर्ररहमान ने कहा कि जीपीडीपी में पहले वार्ड सभा फिर ग्रामसभा इसके बाद पंचायत कार्यकारिणी की बैठक में चयनित योजनाओं की स्वीकृति होगी। इसकी कॉपी प्रखंड कार्यालय और जिला कार्यालय में भेजी जाएगी। जीपीडीपी में 14 वें वित्त आयोग जो अब 15वें वित्त आयोग में बदलेगा और मनरेगा की योजनाएं ली जाएगी। इसमें जल संरक्षण की योजनाओं को प्राथमिकता देनी है। उन्होंने बताया कि पंचायत स्तरीय टीम में रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, एक समाजसेवी, सखी मंडल की दो महिला होगी। इसी प्रकार वार्ड नियोजन टीम में वार्ड सदस्य, सक्रिय मनरेगा कर्मी, सक्रिय मनरेगा मेठ, सक्रिय ग्रामीण रहेंगे। सदस्यों को बताना है कि कौन-कौन सी योजना लेनी है। कितने परिवार मनरेगा का कार्य करना चाहते हैं यह भी देखना है। उन्होंने कहा कि राजस्व ग्रामसभा में ग्रामसभा करनी है। ग्राम पंचायत के विकास की रणनीति बनाने के लिए जीपीडीपी योजना का दस्तावेज बनेगा। ग्राम सभा में वित्तीय संसाधन का आकलन होगा।
वार्ड प्लानिग टीम बनेगी : बताया कि वार्ड प्लानिग टीम भी बनेगी। ग्रामीण विकास विभाग में मनरेगा योजना, 14 वे वित्त आयोग, जेएसएलपीएस तीनों को मिलकर स्वरूप बनेगा। मनरेगा टू व मनरेगा टू बी दो तरह के प्रपत्र भरना है। मनरेगा टू में कितने लोग मजदूरी करना चाहते हैं, कितने के पास जाब कार्ड है आदि भरना है। सबकी योजना सबका विकास होना है। इसमें चोटी से घाटी तक की योजना को समाहित करना है। फॉर्म टूबी में पांच से छह लाख तक की योजना लेनी है। उन्होंने कहा कि जलसंरक्षण पर विशेष फोकस रहेगा। टीसीबी योजना से बारिश का पानी अंदर गया है।
वंचित परिवार के लिए 1.5 लाख की योजना : प्राकृतिक संपदा की योजना साढ़े तीन लाख तक व वंचित परिवार के लिए डेढ़ लाख तक की योजना लेनी है। इसके लिए ग्राम सभा करनी है। सारी योजना वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्लानिग के तहत होगी। इस अवसर पर डीपीएम राहुल कुमार सिन्हा, उपप्रमुख दल गोविद रजक, बीपीओ विद्युत मुर्मू, जेएसएलपीएस के बीपीएम मो. इकबाल, पंचायत सचिव कमल किशोर राय, संतोष भट्टाचार्य, कमल महतो, फणीभूषण मंडल, सुखमय घोष, समीर घोष, रोजगार सेवक रामकरण हेंब्रम, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद मजहर, महेंद्र मोहली, मो. सफरउल्लाह, राजेंद्र हेंब्रम, सखी मंडल की महिलाओं में अनीता देवी, संगीता देवी आदि उपस्थित थे।