एक लाख नकदी के साथ दो साइबर अपराधी धराए
जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस ने गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के करमाटांड़ रोड में लोगों की आंखों से बचकर अपने आलीशान नए मकान में छुपकर मोबाइल के जरिए ऑनलाइन ठगी करने में लिप्त छह युवकों को दबोचा। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। मोबाइल भी जब्त किया गया। सत्यापन में साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से चार युवकों को मुक्त कर दिया गया। जबकि गिरफ्तार दो भाई मुकेश व दिलीप मंडल की निशानदेही पर घर से ही पुलिस ने एक लाख तेरह हजार नकद भी जब्त किए। दोनों से पूछताछ रात तक जारी थी।
जामताड़ा : साइबर थाना की पुलिस ने गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के करमाटांड़ रोड में लोगों की आंखों से बचकर अपने आलीशान नए मकान में छुपकर मोबाइल के जरिए ऑनलाइन ठगी करने में लिप्त छह युवकों को दबोचा। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। मोबाइल भी जब्त किया गया। सत्यापन में साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से चार युवकों को मुक्त कर दिया गया। जबकि गिरफ्तार दो भाई मुकेश व दिलीप मंडल की निशानदेही पर घर से ही पुलिस ने एक लाख तेरह हजार नकद भी जब्त किए। दोनों से पूछताछ रात तक जारी थी।
दरअसल एसपी अंशुमान कुमार के इनपुट पर साइबर थाना के इंस्पेक्टर सुनील चौधरी ने पांच माह पूर्व भी जामताड़ा-करमाटांड़ रोड के रामकृष्ण मठ के बगल बन रहे मकान पर छापेमारी की थी पर उस समय मुकेश व दिलीप पुलिस से बचकर भाग निकले थे। मौके से पिता बाबूजान मंडल को गिरफ्तार किया गया था। उस समय भी साइबर ठगी के कई साक्ष्य पुलिस को हाथ लगे थे। उसी समय से पुलिस दोनों भाइयों की तलाश में थी जो गुरुवार की दोपहर को पूरी हुई। पुलिस के मुताबिक दोनों अपने साथियों के साथ थे और दूसरे बैंक खाता धारकों को मोबाइल से खुद को बैंक अधिकारी बताकर झांसा दे रहे थे। ताकि उनसे एटीएम आदि का गुप्त नंबर लेकर उनकी राशि उड़ाई जा सके। इसी बीच सभी दबोच लिए गए।
पुलिस ने दोनों भाइयों के पास से चार एंड्रायड मोबाइल, दस सिम, सात एटीएम कार्ड व नकद बरामद की। दोनों विद्यासागर थाना क्षेत्र के मट्टांड़ निवासी हैं। वे अभी यहां राम कृष्ण मठ रोड के किनारे आलीशान भवन बना रहे हैं। घर का रंग-रोगन कार्य जारी है। पुलिस इस बात को लेकर हैरत में थी कि बिल्डिग में बिजली सामान की एक दुकान है जबकि दूसरा आय का कोई बड़ा स्त्रोत भी नहीं है जबकि घर का आकार, चमक, सुविधा-संसाधन किसी करोड़पति से कम नहीं है। पुलिस ने बताया कि पांच माह पूर्व पिता की गिरफ्तारी के समय फरार दोनों पुत्रों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी पर दोनों ने बाहर से ही जमानत ले ली थी।
साइबर थाना के प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील चौधरी ने बताया कि दोनों भाइयों के पास से जब्त मोबाइल व सिम में साइबर ठगी के कई साक्ष्य मिले हैं। इसी तौर पर इनकी प्रारंभिक जांच कराई जा चुकी है। अब खातों का पता लगाकर जमा राशि की जानकारी ली जाएगी। पूरी अवैध संपत्ति व आय के स्त्रोत भी जांच के दायरे में है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पिता बाबूजान मंडल को पहले ही जेल भेजा गया था।