शौचालय निर्माणाधीन, पर पंचायत ओडीएफ घोषित
विद्यासागर (जामताड़ा) स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभाग व प्रशासन ने भले ही कागजी ओडीएफ घोषित कर दिया हो परंतु स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की कार्यशैली से ओडीएफ (ओपन डिफेक्शन फ्री) की परिभाषा ही बदल दी है। पंचायतों के ओडीएफ होने को लेकर विभाग व प्रशासन जिस तरह के दावे कर रहे हैं उससे ऐसा लग रहा है कि अफसरों की भाषा में शौचालय बनने का काम शुरू होना ही पंचायत को ओडीएफ घोषित कर देना है।
विद्यासागर (जामताड़ा) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभाग व प्रशासन ने भले ही कागजी ओडीएफ घोषित कर दिया हो परंतु स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की कार्यशैली से ओडीएफ (ओपन डिफेक्शन फ्री) की परिभाषा ही बदल दी है। पंचायतों के ओडीएफ होने को लेकर विभाग व प्रशासन जिस तरह के दावे कर रहे हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि अफसरों की भाषा में शौचालय बनने का काम शुरू होना ही पंचायत को ओडीएफ घोषित कर देना है।
बरमुंडी पंचायत की शत प्रतिशत शौचालय बनाने का दावा करते हुए विभाग ओडीएफ करार दिया जबकि हकीकत यह है कि पंचायत में शौचालय बना ही नहीं है। जबकि शौचालय का ढांचा निर्माण कर दिया गया परंतु उनके गड्ढे का निर्माण तक शत प्रतिशत शौचालय में नहीं हो सका है। यदि एक-दो पंचायत में शौचालय बन भी गए हैं तो अभी ग्रामीण इतने जागरूक नहीं हैं कि उन्होंने खुले में शौच जाना बंद कर दिया है। ग्रामीणों अर्जुन राय, बनवारी सिंह, घनश्याम सिंह, डेगलाल राय ने आवेदन देकर जनता दरबार में अफसरों के दावों की पोल खोली थी परंतु अधिकारियों ने इस बात को अनसुनी करके चुप्पी साध ली। वहीं गांव की शौचालय की स्थिति से अफसरों के कागजी दावे की पोल खुल गई। ग्राम पंचायत में कई ऐसे परिवार हैं जिनके शौचालय निर्माण पूर्ण नहीं हुआ है और विभाग बरमुंडी पंचायत के ओडीएफ होने का दावा कर रहा है। शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के बाद भी पंचायत को ओडीएफ घोषित करने को लेकर जब पंचायत सचिव से बात किया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में कुछ नहीं कह सकता हूं।
जागरूकता की कमी : शौचालय निर्माण को लेकर सरकारी महकमा ने ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कई बार रैलियां व बैठक बुलाई लेकिन जागरूक करने के क्रम में कभी शौचालय का निरीक्षण करना मुनासिब नहीं समझा। नतीजतन शौचालय निर्माण का कार्य सरजमीं पर तो पूर्ण नहीं हुआ पर कागज पर ओडीएफ घोषित करने में कोई कोताही नहीं की। शौचालय पूर्ण नहीं होने के कारण लोग आज भी खुले मैदान में शौच जाने को मजबूर हैं।
-- क्या कहते हैं मुखिया : बरमुंडी पंचायत की मुखिया गीता मुर्मू ने कहा कि इस संबंध में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।