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वंचितों के शौचालय बनने में राशि की आफत

जामताड़ा : स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत छूटे वंचितों को इसी माह की 28 तारीख तक श

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 05:03 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 05:03 PM (IST)
वंचितों के शौचालय बनने में राशि की आफत
वंचितों के शौचालय बनने में राशि की आफत

जामताड़ा : स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत छूटे वंचितों को इसी माह की 28 तारीख तक शौचालय का निर्माण करना है, पर निर्धारित समय सीमा के अंदर यह टास्क पूरा होना अब मुश्किल लग रहा है। ऐसे में वंचित लाभुकों को शौचालय देने का सपना अधूरा रह सकता है।

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दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस जिला के छूटे हुए 6000 लाभुकों को खुद के खर्च से शौचालय बनवाना है। शौचालय बवाकर इसी माह उसका फोटो एसबीएम को अपलोड करना था। तभी केंद्र सरकार से की ओर लाभुकों को निर्माण खर्च की राशि का भुगतान होता, पर इस दिशा में लाभुक उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। सरकार की ओर से राशि पहले नहीं मिलने से लाभुक अपना शौचालय नहीं बनवा रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार की ओर से 28 फरवरी तक शौचालय बनाकर उसकी प्रवृष्टि करानी है। तभी सरकार राशि लाभुकों के खाते में देगी।

--पूर्व में बन चुके 88618 शौचालय : स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के तहत निर्धारित लक्ष्य 88000 के खिलाफ 88618 शौचालय का निर्माण जिला में किया जा चुका है। प्रखंडवार आंकड़ा लें तो जामताड़ा में 15620, कुंडहित में 11706, नारायणपुर में 22077, फतेहपुर में 11175, नाला में 15228 व करमाटांड़ में 12812 अर्हताधारी परिवारों को शौचालय का लाभ मिल चुका है।

---प्रखंडवार इतना बनना है : जिला में उक्त संख्या में शौचालय महीनों पूर्व बनने के बाद भी कई परिवार शौचालय सुविधा से विहीन थे। सर्वे में यह उजागर होने के बाद जिले में 6000 परिवारों को शौचालय का लाभ देने के लिए सूची बनाई गई। इनमें जामताड़ा प्रखंड से 1126, फतेहपुर से 708, करमाटांड़ से 1137, कुंडहित से 1092, नाला से 1168 व नारायणपुर प्रखंड से 769 वंचितों ने शौचालय बनाने के लिए अपना आवेदन ऑनलाइन एंट्री करवाई है। पर इसके बाद संबंधित परिवार शौचालय बनवाने में अनदेखी कर रहे थे। इस पर एसबीएम की तरफ से उन्हें शीघ्र शौचालय बनाने का कार्य पूरा करने को नोटिस भी भेजा जा चुका है फिर भी कार्य प्रगति धरातल पर अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिख रही है। अभी तक एसबीएम प्रकल्प में वंचितों ने अपने निर्मित शौचालय की न तो एमआइएस एंट्री करवायी है और न फोटो अपलोड करवाया गया है। जबकि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के राज्य निदेशक अमित कुमार ने सभी कार्यपालक अभियंता सह सदस्य सचिव को पत्र के जरिए निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारी छूटे हुए लाभुकों का गुणवत्तापूर्ण शौचालय का निर्माण करवाकर उसकी एमआइएस एंट्री करवाना सुनिश्चित करें।

--क्या है परेशानी : गुणवत्तापूर्ण शौचालय समय सीमा के अंदर निर्माण करने के बाद लाभुकों के पक्ष में इस बार राशि भुगतान की जाएगी। ऐसे में लाभुक रुचि नहीं ले रहे हैं। निर्माण के लिए राशि की व्यवस्था करना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। नारायणपुर के लाभुकों ने बताया कि घर में शौचालय जरूरी है पर राशि की कमी आड़े आ रही है। सरकार तो बाद में पैसा देगी।

---वर्जन : वंचित लाभुकों को समय पर शौचालय बनवाने के लिए नोटिस किया गया है। बताया गया है कि इसी माह निर्माण कर उसका फोटो अपलोड करवाना है। तभी राशि मिल पाएगी। लाभुक अपेक्षा के अनुरूप रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसी वजह से एसबीएम में फोटो अपलोड की रिपोर्ट भी कमजोर है। लाभुकों को समय रहते शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

--रूबी कुमारी, जिला संयोजक, स्वच्छता मिशन प्रकल्प


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