उपस्थिति बनाने में शारीरिक दूरी बनाना भूल गए शिक्षक
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) प्रखंड कार्यालय नारायणपुर के सभागार में शुक्रवार को क्षेत्र के ि
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : प्रखंड कार्यालय नारायणपुर के सभागार में शुक्रवार को क्षेत्र के शिक्षकों ने नियम कानून को ताक पर रखकर शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ा दी। वक्त था आपूर्ति विभाग के द्वारा राशन कार्ड के छंटनी के लिए निगरानी समिति के शिक्षकों एवं जन वितरण प्रणाली दुकानदारों की बैठक की। तय कार्यक्रम के अनुसार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए शिक्षकों को भी इस बैठक में बुलाया था। बैठक के लिए जो स्थान निर्धारित था उस स्थान में शिक्षकों एवं जन वितरण प्रणाली दुकानदारों की संयुक्त बैठक के लिए पर्याप्त बैठने की सुविधा नहीं थी। हॉल में जितनी कुर्सियां थी वह भर चुकी थी। कई जन वितरण प्रणाली दुकानदार खड़े थे ठीक उसी प्रकार शिक्षक भी खड़े होकर बैठक के विषय समझने के लिए आतुर थे। हालांकि इस बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी कंचन कुमारी भूदोलिया को आना था लेकिन किसी कारणवश वे समय पर नहीं पहुंच सकी। जब उपस्थिति दर्ज कराने की बात आई तो शिक्षक एकाएक मेज के समक्ष उमड़ पड़े। बड़े-बड़े नियम के ज्ञाता एवं विद्वता रखनेवाले शिक्षकों ने यह भी नहीं समझा कि उपस्थिति बनाने के लिए शारीरिक दूरी का भी अनुपालन करना है। जिस प्रकार कोरोना का संक्रमण फैल रहा है, उससे बचने का स्वास्थ्य विभाग ने जो पहला उपाय खोजा है वह एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने का है। जब से लॉकडाउन की घोषणा हुई है, केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने आम जनता से लेकर सरकारी कर्मी तक से अनुरोध कर रहे हैं कि किसी भी सूरत में शारीरिक दूरी बनाए रखना है। भीड़ में यदि लोग जुट जाएंगे और उसमें एक भी संक्रामक व्यक्ति पहुंच जाएगा तो उससे खतरा और संक्रमण रफ्तार पकड़ लेगी। गौरतलब हो हाल के दिनों में जिले के करमाटांड़ प्रखंड के सुब्दीडीह ग्राम में एक कोरोना पॉजिटिव का मामला प्रकाश में आ चुका है। बताया जाता है कि उस व्यक्ति ने धार्मिक स्थान पर सैकड़ों लोगों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। अब जैसी संभावना व्यक्त की जा रही है उससे और कितने लोगों में संक्रमण हुआ होगा यह तो वक्त ही बताएगा। हालांकि इस घटना को प्रशासनिक अधिकारियों ने बहुत हल्के में लिया है अब वक्त ही बताएगा की ऐसे बैठक के आयोजन के पूर्व जिला प्रशासन के अधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी क्या सावधानियां बरत रहे हैं।