सात गांवों में सोलर पेयजलापूर्ति क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त
आइओसीएल व पेयजल व स्वछता विभाग के बीच एमओयू 40 लाख रुपये किए जाएंगे खर्च
जागरण संवाददाता,जामताड़ा : जिले के आइओसीएल (इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड) प्रभावित गांवों में सोलर आधारित पेयजलापूर्ति योजना क्रियान्वयन को ले शुक्रवार को कंपनी व प्रशासन के बीच एमओयू हुआ। उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा की मौजूदगी में आइओसीएल उप महाप्रबंधक (सीएसआर) तेजबीर सिंह भंडारी के साथ जामताड़ा जिला प्रशासन की और से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र कुमार दिनकर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
इसके तहत जिले के आइओसीएल प्रभावित सात गांवों मोहरा, शहरडाल, जियालजोरी, खैरबनी, गड़जोड़ी और शिमला में सोलर आधारित पेयजलापूर्ति योजना पर कुल 40 लाख 32 हजार रुपये खर्च करने की सहमति बनी।
एमओयू पर हस्ताक्षर के उपरांत उक्त चयनित ग्रामों में सोलर आधारित पेयजलापूर्ति योजना का कार्यान्वयन कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के द्वारा किया जायेगा। मौके पर उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि जलापूर्ति पेयजल की व्यवस्था हो जाने से ग्रामीणों को बहुत लाभ मिलेगा।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि जल अपनी उपयोगिता के कारण जीवन के हर क्षेत्र में मौजूद है। इसलिए कहा जाता है जल ही जीवन है। ऐसी बात नहीं है कि जिन क्षेत्रों में पेयजल सर्व सुलभ नहीं है उन क्षेत्रों में पेयजल उपलब्धि नहीं है। ऐसी अधिकांश क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध तो है लेकिन इस रूप में कि उसे सुगमता से उपयोग में नहीं लाया जा सकता। अधिकांश क्षेत्र ऐसे हैं जहां जलस्त्रोत उपलब्ध तो है लेकिन वह जमीन के बहुत अंदर गहराई में पाया जाता है। कुछ क्षेत्रों में जल के स्त्रोत है ही नहीं ऐसे क्षेत्रों में लोगों को काफी दूर से पैदल आना पड़ता है। अगर यह व्यवस्था हो जाती है तो लोगों को बहुत सुलभता होगी। उक्त क्रम में आईओसीएल जसीडीह के पंकज कुमार सिन्हा, आईओसीएल बरौनी के रौशन रवि, डीआरडीए के परियोजना पदाधिकारी मो. मोतिउर रहमान एवं ओम कृष्ण ठाकुर उपस्थित थे।