सात अपराधियों ने की थी बैंक डकैती
जामताड़ा : जामताड़ा जिला पुलिस ने इसी 14 सितंबर को करमाटांड़ के कालाझरिया एसबीआइ में ह
जामताड़ा : जामताड़ा जिला पुलिस ने इसी 14 सितंबर को करमाटांड़ के कालाझरिया एसबीआइ
में हुई सवा चार लाख की डकैती की गुत्थी लगभग सुलझा ली है। बिहार के गया के नामचीन माधव दास गिरोह ने सात सदस्यों ने इस डकैती को अंजाम दिया था। वहीं इसके पूर्व फरवरी माह में मिहिजाम में बैंक ऑफ बड़ौदा में 59 लाख की लूट की घटना को भी इसी गिरोह ने अंजाम दिया था। एसबीआइ बैंक डकैती में शामिल योगेंद्र दास को पुलिस ने गया से गिरफ्तार किया है। जबकि योगेन्द्र के साथ दबोचे गए माधव दास के चचेरा ससुर शिवरतन दास को पुलिस ने पूछताछ के बाद मुक्त कर दिया है।
इंस्पेक्टर धनंजय ¨सह ने बताया कि बैंक डकैती व लूट के बारे में योगेन्द्र दास ने काफी कुछ खुलासा किया है। योगेंद्र गया के बाराचट्टी थाना के लंबोगढ़ा लंगुरहा टोला का निवासी है। जामताड़ा पुलिस ने उसे व शिवरतन दास को वहां से शनिवार को हिरासत में लिया था। कांड में संलिप्तता नहीं रहने की वजह से शिवरतन को मुक्त कर दिया गया है। योगेंद्र को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि एसबीआइ बैंक डकैती के सीसीटीवी फुटेज में पांच अपराधी शामिल थे जबकि दो अपराधी बैंक के बाहर थे। योगेंद्र दास बैंक के बाहर ही था। डकैती को अंजाम देने के बाद पांचों अपराधी के निकल जाने के उपरांत अंत में योगेन्द्र दास वहां से निकला था। इस सात अपराधियों में योगेन्द्र के अलावा माधव दास, शंकर दास, विक्की खान, जब्बार मियां, बबलू मियां आदि थे। जबकि मिहिजाम लूट कांड में सरगना माधव दास, अमित दास, राजेश, ओमप्रकाश दास, संतोष आदि शामिल थे। माधव दास अब भी फरार है जबकि राजेश दास व ओमप्रकाश दास को बाराचट्टी पुलिस ने हाल में गिरफ्तार किया है। इन दोनों को मिहिजाम बैंक लूट में रिमांड पर लेने की कोशिश में जामताड़ा पुलिस जुटी हुई है। यह दोनों फिलहाल ओडि़शा की राउरकेला पुलिस के पास रिमांड पर है।
इंस्पेक्टर धनंजय ¨सह के मुताबिक बैंक लूट व डकैती के करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाने वाला माधव दास वर्ष 2017 से फरार है। उसने वर्ष 2008 में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में पंजाब नेशन बैंक में 84 लाख की सबसे बड़ी लूट कांड को अंजाम दिया था। इसी मामले में 2017 में पश्चिम बंगाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। कोर्ट से जमानत के बाद से ही वह अब तक फरार है। उसके गिरोह में लगभग 12 सदस्य है। गया से गिरफ्तार योगेन्द्र दास पूर्व में उसके गिरोह का अहम सदस्य था। बीच में उसने बैंक डकैती व लूट से अपने आपको अलग कर लिया था। उसके बाद पहली बार कालाझरिया बैंक डकैती में माधव ने उसे अपने साथ लाया था।
पुलिस के मुताबिक बेंगलुरु, नोयडा व जमशेदपुर में पूर्व माधव दास ने करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति है। वह उसका कई जगह अपार्टमेंट में है। बिहार में माधव 15 एकड़ की कीमती जमीन खरीदी है। उसका अपना ससुराल लंगुराहा में फार्म हाउस भी है। गया के डोभी में वह मार्केट काम्पलेक्स भी बना रहा है। चतर-गया के बीच पीपरघटी में माधव ने चार एकड़ जमीन खरीदी है। वर्ष 2005 में माधव ने अपना गिरोह बनाया तब से वह 80-90 करोड़ रुपये की बैंक डकैती व लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वह गया के परेया थाना के पहरा गांव का निवासी है।