सदर अस्पताल में पाई गई गड़बड़ियां
संवाद सहयोगी जामताड़ा कायाकल्प के मापदंड में खरा उतरने के लिए और थोड़ा प्रयास की आव
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : कायाकल्प के मापदंड में खरा उतरने के लिए और थोड़ा प्रयास की आवश्यकता है। पिछले तीन माह पूर्व हुए मूल्यांकन की तुलना में वर्तमान स्थिति प्रगति पर है। उक्त बातें बुधवार को सदर अस्पताल निरीक्षण के क्रम में राज्य स्तरीय कायाकल्प के राज्य समन्वयक डॉ रंजीत मंडल ने अस्पताल उपाधीक्षक डॉ चंद्रशेखर आजाद से कही। निरीक्षण के दौरान टीम के समक्ष कई कमियां भी उजागर हुई। राज्यस्तरीय समन्वयक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लूसी वाला एक्का, अस्पताल प्रबंधक डॉ प्रभात समेत अन्य चिकित्सकों की मौजूदगी में सदर अस्पताल की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। महिला वार्ड निरीक्षण के क्रम में वहां पुरुष स्वजनों की उपस्थिति मिली। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दिया कि ऐसी व्यवस्था करें, जिससे महिला वार्ड में पुरुषों का प्रवेश नहीं हो सके। इतना ही नहीं मरीजों से स्वजनों की मुलाकात के लिए समय तथा स्वजन की संख्या निर्धारित करें। ताकि निर्धारित संख्या में स्वजन मरीजों से समय पर मुलाकात कर सके।
इसके बाद राज्य स्तरीय समन्वयक ने ड्रेसिग कक्ष तथा टीकाकरण कक्ष का निरीक्षण किया। उपचार संबंधित उपकरण तथा दवा का रखरखाव दुरुस्त नहीं मिला। इस पर टीम ने असंतोष जताया। कहा उपकरण तथा दवा बेहतर तरीके से रखें। इससे काम करने में भी सुविधा होगी और कक्ष बेहतर दिखेगा भी। अस्पताल के अंदर तथा बाहर की साफ सफाई पर संतोष प्रकट करते हुए कहा की सफाई कार्य में गति लाने की आवश्यकता है।
निरीक्षण के उपरांत अस्पताल उपाधीक्षक कक्ष में अस्पताल प्रबंधक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी तथा उपाधीक्षक से सुविधाओं के विस्तार तथा साफ सफाई की जानकारी टीम ने ली। सनद रहे कि कायाकल्प के निर्धारित मापदंड के पूरा करने पर राज्य मुख्यालय से अवार्ड स्वरूप राशि अस्पताल प्रबंधक को मिलती है। उक्त राशि से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा से संबंधित कार्यों का विस्तार किया जाता है।