Move to Jagran APP

क्वारंटाइन लोगों को दाल-भात पर ही बढ़ाना है प्रतिरोधक क्षमता

जामताड़ा शहर के बीचोंबीच स्थित जेबीसी में बने क्वारंटाइन सेंटर में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अब उन्हें पुलिस की ओर से मिल रहे भोजन को बंद कर दिया गया बल्कि प्रशासनिक आदेश पर दाल-भात केंद्र का भोजन परोसा जा रहा है। अब इस दाल-भात से उनमें कितना रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगा यह संदेह के घेरे में है। जिला मुख्यालय स्थित क्वारंटाइन केंद्र में बंद 75 प्रवासियों का भूख मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र से मिटाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 08:17 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 06:17 AM (IST)
क्वारंटाइन लोगों को दाल-भात पर ही बढ़ाना है प्रतिरोधक क्षमता
क्वारंटाइन लोगों को दाल-भात पर ही बढ़ाना है प्रतिरोधक क्षमता

जामताड़ा : शहर के बीचोंबीच स्थित जेबीसी में बने क्वारंटाइन सेंटर में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अब उन्हें पुलिस की ओर से मिल रहे भोजन को बंद कर दिया गया बल्कि प्रशासनिक आदेश पर दाल-भात केंद्र का भोजन परोसा जा रहा है। अब इस दाल-भात से उनमें कितना रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगा, यह संदेह के घेरे में है। जिला मुख्यालय स्थित क्वारंटाइन केंद्र में बंद 75 प्रवासियों का भूख मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र से मिटाया जा रहा है। बुधवार से पूर्व यहां के लोगों को पुलिस के सौजन्य से थाना में तैयार भोजन से भूख मिटता था। वर्तमान समय में जेबीसी स्कूल के क्वारंटाइन केंद्र में 75 व्यक्ति बंद हैं। इन्हें कोरोना वायरस से मुकाबला करने को लेकर पोषक युक्त भोज्य पदार्थ की आवश्यकता है जो दाल-भात केंद्र से मिल रहे भोजन से प्राप्त नहीं हो पा रही है। ऐसे में क्वारंटाइन केंद्र में बंद व्यक्तियों के मन में कई सवाल खड़ा होने लगा है। क्वारंटाइन में बंद बिहार के जमुई निवासी बताते हैं कि केंद्र में विभिन्न उम्र के व्यक्ति हैं। ऐसे में 50 वर्ष से अधिक उम्रवाले व्यक्तियों को पोषक तत्वयुक्त भोजन अनिवार्य है। जबकि केंद्र में सुबह मूड़ी-घूंघनी, या चूड़ा गुड़, दोपहर में दाल-भात, सब्जी एवं रात में भी दाल-भात, सब्जी या कुछ लोगों के लिए रोटी-सब्जी मिलती है। कोरोना वायरस का अधिक प्रभाव वृद्ध एवं बच्चों पर पड़ता है।

loksabha election banner

--- प्रतिदिन सुबह होता स्क्रीनिग : क्वारंटाइन में बंद व्यक्तियों का स्क्रीनिग प्रतिदिन सुबह चिकित्सक टीम द्वारा किया जाता है, ऐसे चिकित्सक टीम केंद्र प्रभारी से समन्वय स्थापित किए रहता है। आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता हो तो उसे पूरा करने को चिकित्सक टीम सदर अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर तैनात है।

--- क्वारंटाइन केंद्र में सुरक्षाकर्मी चौकस : जेबीसी स्कूल में स्थापित क्वारंटाइन केंद्र में दिन-रात सुरक्षाकर्मी चौकस हैं। प्रवेशद्वार पर सुरक्षा कर्मियों का पहरा दिन रात जारी है। परिसर में किसी भी व्यक्तियों को प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि परिसर में किसी भी व्यक्ति व कर्मचारियों को प्रवेश का निर्देश नहीं है।

फल और दूध के साथ पौष्ठिक आहार अति लाभकारी : कोरोना वायरस से बचाव के लिए पोषक आहार जरूरी है। जिला अस्पताल के चिकित्सक ने आम जनता को खान-पान के लिए यह सुझाव दिया। बताया कि स्वस्थ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है, जिससे वायरस से संक्रमित होने का खतरा कम रहता है। इसके लिए हरी सब्जी, दूध, फल, नींबू, हल्दी व तुलसी का सेवन स्वास्थ्य के लिए अति लाभकारी बताया। रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहने पर शरीर पर कोरोना वायरस का प्रभाव कम होने से आइसोलेशन अवधि में लक्षण पाए जानेवाले मरीजों में खतरे की संभावना कम रहती है। पौष्टिक आहार लेकर महामारी की भयावहता से सतर्क रहने का सलाह दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.