शहर में सीएए व एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन
जामताड़ा संविधान बचाओ आंदोलन के बैनर तले रविवार को यहां जिला मुख्यालय में रैली व सभा कर सीएए व एनआरसी का कड़ा विरोध किया गया। रविवार को रैली दोपहर में निकली। विभिन्न गांव से जुलूस की शक्ल में आए लोग नारेबाजी करते हुए पुराना कोर्ट परिसर स्थित आंबेडकर चौक परिसर में इकट्ठा हुए। जहां से राष्ट्रीय गीत के साथ रैली का शुभारंभ किया गया। रैली में सभी के हाथों में तिरंगा और तख्ती थी।
जामताड़ा : संविधान बचाओ आंदोलन के बैनर तले रविवार को यहां जिला मुख्यालय में रैली व सभा कर सीएए व एनआरसी का कड़ा विरोध किया गया। रविवार को रैली दोपहर में निकली। विभिन्न गांव से जुलूस की शक्ल में आए लोग नारेबाजी करते हुए पुराना कोर्ट परिसर स्थित आंबेडकर चौक परिसर में इकट्ठा हुए। जहां से राष्ट्रीय गीत के साथ रैली का शुभारंभ किया गया। रैली में सभी के हाथों में तिरंगा और तख्ती थी। आवाज दो हम एक हैं, काला कानून नहीं चलेगा, वापस लो- वापस लो के नारे बुलंद किए गए। लोगों ने सारे जहां से अच्छा हिदुस्तान हमारा गीत के साथ राष्ट्रीय एकता का संदेश देने का भी प्रयास किया।
रैली आंबेडकर चौक से शुरू हुई। सुभाष चौक, टॉवर चौक, बाजार रोड होते हुए इंदिरा चौक पहुंची। वापस स्टेशन रोड से सुभाष चौक, आंबेडकर चौक पहुंची और सभा में तब्दील हो गई।
मौके पर संविधान बचाओ आंदोलन के संयोजक गाजी रहमतुल्लाह रहमत, विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, जयप्रकाश मंडल, डॉक्टर अब्दुल मन्नान अंसारी, अरुण दास, हाजी रफीक अनवर सहित कई वक्ताओं ने एनआरसी और सीएए को काला कानून बताते हुए केंद्र सरकार व भाजपा पर निशाना साधा। विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के संविधान को नहीं, हम सभी बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को मानते हैं। हमारे भारतवर्ष में मोदी और शाह का संविधान नहीं चलेगा। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में झारखंड प्रदेश में सीएए और एनआरसी को नहीं कबूल किया जाएगा। इस संबंध में राहुल गांधी जी से बात कर ली गई है। बहुत जल्द इस काले कानून को रद कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जामताड़ा में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। हम अपनी जनता पर किसी भी तरह की आंच नहीं आने देंगे।
संविधान बचाओ आंदोलन के जिला संयोजक रहमतुल्लाह रहमत ने कहा कि सरकार को देश तोड़ने की छूट नहीं देंगे। तथा उनकी विभाजनकारी नीति नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सीएए काला कानून है। एनआरसी भारतीय मुसलमानों को डिटेंशन कैंप तक पहुंचानेवाली योजना है। इसे निरस्त नहीं किया गया तो सड़क से संसद तक आवाज को ले जाएंगे। इसकी शुरुआत आज की रैली के साथ हो चुकी है। अब क्रमबद्ध प्रखंडों में, पंचायतों में, गांवों में और वार्डो तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हम अपने संविधान को बचाने के लिए किसी भी तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं।
रैली के बाद कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी के नेतृत्व में सदस्यों ने एसडीओ सुधीर कुमार को मांगपत्र सौंपा। मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुक्ता मंडल, विकास नारनोलिया, जेएनयू, जामिया मिलिया, यादवपुर यूनिवर्सिटी व पानीपत के छात्र नेता शामिल होने का दावा किया गया। संविधान बचाओ आंदोलन के सदस्यों में हाफिज जाकिर हुसैन, मौलाना बिलाल सल्फी, आफताब आलम, मुख्तार अंसारी, मुर्तजा अंसारी, सद्दाम अंसारी, एजाज अहमद, इसहाक अंसारी, हाजी नियामत अली, इरफान अंसारी, एहतेशाम अंसारी, साजिद अंसारी, फारुख फतेह आदि लोग उपस्थित थे।