पांच सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मियों ने किया प्रदर्शन
झारखंड मनरेगा कर्मी संघ की नारायणपुर इकाई ने प्रखंड कार्यालय के सामने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। संघ के प्रखंड अध्यक्ष राधेश्याम पंडित ने अगुवाई करते हुए कहा कि 12-13 वर्षो से लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं।
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा): झारखंड मनरेगा कर्मी संघ की नारायणपुर इकाई ने प्रखंड कार्यालय के सामने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। संघ के प्रखंड अध्यक्ष राधेश्याम पंडित ने अगुवाई करते हुए कहा कि 12-13 वर्षो से लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं, लेकिन नौकरी का कोई ठौर-ठिकाना नहीं है। हमें स्थाई करने पर सरकार विचार तक नहीं कर रही है। हमें अफसर मनमाने तरीके से बर्खास्त कर देते हैं। घटना-दुर्घटना होने पर हमारे परिजनों को कोई लाभ नहीं मिलता है। कोविड-19 के संक्रमण काल में भी हमारी सुरक्षा पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। ना तो स्वास्थ्य बीमा है और ना ही जीवन बीमा। इस पर भी सरकार विचार तक नहीं कर रही है। छोटी-छोटी बातों को लेकर पदाधिकारी हमें कार्यमुक्त करने का आदेश दे देता है। सोशल ऑडिट जैसी प्रक्रिया को लागू कर हमें प्रताड़ित करने का काम किया जाता है। इन्हीं मनमानियों के कारण आंदोलन हो रहा है।
कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल कर रहे मनरेगाकर्मियों ने कहा कि मजदूरों को रोजगार की गारंटी के लिए अपनी एड़ी-चोटी लगा देते हैं। उसके बाद भी सरकार हमारे प्रति कड़ा रुख अख्तियार करती है। कहा कि हम अपनी जायज मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं। पांच सूत्री मांगों पर जब तक सरकार विचार नहीं करेगी, तब तक कर्मी काम में वापस लौटने वाले नहीं हैं।
गौरतलब है कि 27 जुलाई से मनरेगा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसमें रोजगार सेवक, कंप्यूटर ऑपरेटर, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सहित अन्य कर्मी शामिल हैं। इनके हड़ताल में जाने के कारण मनरेगा की योजनाएं प्रभावित हुई है। प्रदर्शन में अनिल चौधरी, मेघलाल रजक, श्रीमंत दास, मनोज मुर्मू सहित कई मनरेगा कर्मी शामिल थे।