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सूअर पालन करने से होता इंसेफेलाइटिस

जामताड़ा : मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, कालाजर व जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी के

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 08:58 AM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 08:58 AM (IST)
सूअर पालन करने से होता इंसेफेलाइटिस
सूअर पालन करने से होता इंसेफेलाइटिस

जामताड़ा : मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, कालाजर व जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसको लेकर एमपीडब्ल्यू, मलेरिया तकनीकी पर्यवेक्षक समेत अन्य कर्मी संबंधित क्षेत्र के गांव में ग्रामीण महिला-पुरुष के साथ बैठक कर इन बीमारियों के लक्षण व बचाव की जानकारी दें।

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जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। क्यूलेक्स मच्छर कीचड़युक्त सूअर के शरीर में पनपता है। लोग सूअर पालन कार्य अपने आवासीय परिसर से कम से कम 100 मीटर दूर में करें। झाबुपाड़ा में बीमारी फैलने का प्रमुख कारण आवासीय मकान में सूअर पालन करना है। यह जानकारी देनी है। यह निर्देश जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एसके मिश्रा ने शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में दिया। मौके पर नाला प्रखंड स्थित केंदुआटांड़ के झाबूपाड़ा टोला में फैले जापानी इंसेफेलाइटिस मरीजों की गतिविधियों व चल रहे स्वास्थ्य शिविर की समीक्षा की गई। तकनीकी मलेरिया पर्यवेक्षक अहमद रजा ने बताया कि मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार आया है।

डॉ. मिश्रा ने पर्यवेक्षक को तत्काल केंदुवाटांड के झाबूपाड़ा टोला में सभी परिवार के बीच दवायुक्त मच्छरदानी व डीडीटी का छिड़काव करने का निर्देश दिया। बैठक में डॉ. अजीत दूबे,मलेरिया तकनीकी पर्यवेक्षक रत्नेश कुमार, मलेरिया इंस्पेक्टर रीना कुमारी,लैब तकनीशियन सुदर्शन कुमार,एमपीडब्लू मनोज तिवारी,रूपेश कुमार,प्रदीप टुडू,रंजीत भारती,सलीम खां आदि मलेरिया कर्मी शामिल थे।


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