ई विद्या वाहिनी से होगी विद्यालयों की मॉनिटरिग
सेतु कार्यक्रम के तहत अभ्यास कार्य कराया जाएगा। और फिर डेढ़ माह बाद केवल कार्य दिवस के पहले दो पीरियड में अभ्यास कार्य कराए जाएंगे। और शेष पीरियड में सामान्य कक्षाएं संचालित होंगी। जिसमें सभी स्तर के पदाधिकारी इ-विद्यावाहिनी के माध्यम से ऑनलाइन मॉनिटरिग करेंगे। मौके पर बीईओ सुभाष प्रसादवंशीघर रामविनोद कुमार पांड
-- समग्र शिक्षा अभियान सभागार में ई विद्या वाहिनी कार्यशाला
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण निर्माण एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके, इस उद्देश्य से शिक्षा विभाग सभी जिले में ई-विद्या वाहिनी की व्यवस्था कर रही है। इसके तहत प्रखंड व जिला स्तरीय विद्यालयों की गतिविधियों की निगरानी व मूल्यांकन की जाएगी। इसे प्रभावी बनाने को लेकर शनिवार को समग्र शिक्षा अभियान सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला शिक्षा पदाधिकारी बांके बिहारी सिंह की अध्यक्षता में हुई। मौके पर मास्टर ट्रेनर ने ई-विद्या वाहिनी एप व वेब पेज के बारे में बताया गया। कहा पूर्व में पदाधिकारी, शिक्षा परियोजना कर्मी व बायोमैट्रिक से गतिविधियों की मॉनिटरिग करते थे। अब ई-विद्या वाहिनी प्रभावी होने के बाद ऑन लाइन मॉनिटरिग होगी। सभी शिक्षकों का अपना लागिग होगा जिसमें प्रतिदिन कक्षा में पढ़ाए गए हर गतिविधियों को अपलोड करेगें। प्रधानाचार्य का लागिग होगा जिसमें विद्यालय के सभी डेटा अपलोड किए जाएंगें। पदाधिकारी व परियोजना कर्मी की भी लागिग होगी जिसमें निरीक्षण व कार्रवाई की गतिविधियां अंकित होगी। ई-विद्यावाहिनी के माध्यम से ऑनलाइन मॉनिटरिंग होने से ज्ञान सेतु कार्यक्रम का लक्ष्य प्रभावकारी होगा। साथ ही सरकारी विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों का अधिगम कक्षा स्तर का होगा। ज्ञान सेतु कार्यक्रम में प्रावधान है कि शिक्षक अपने विद्यालयों में ज्ञान सेतु कार्यक्रम के तहत प्राथमिक कक्षा के बच्चों को अधिगम संवर्धन के लिए गतिविधि आधारित शिक्षण देंगे। इसके लिए प्रति कार्य दिवस में पहले दो पीरियड ज्ञान सेतु के तहत कक्षा 1-5 के बच्चे को अधिगम संवर्धन के लिए अभ्यास कार्य कराएंगे। इसके तहत उन्हें तीन अलग-अलग समूह निर्माण, लक्ष्य और प्रगति में रखे जाएंगे। शेष पीरियड में सामान्य रूप से कक्षा स्तर की कक्षाएं संचालित होंगी। जबकि कक्षा 6-9 के बच्चों को लक्ष्य, सुगम एवं सुबोध नामक समूह में रखकर पहले डेढ़ माह पूरे कार्य दिवस में ज्ञान सेतु कार्यक्रम के तहत अभ्यास कार्य कराया जाएगा। और फिर डेढ़ माह बाद केवल कार्य दिवस के पहले दो पीरियड में अभ्यास कार्य कराए जाएंगे। और शेष पीरियड में सामान्य कक्षाएं संचालित होंगी। जिसमें सभी स्तर के पदाधिकारी इ-विद्यावाहिनी के माध्यम से ऑनलाइन मॉनिटरिग करेंगे। मौके पर बीईओ सुभाष प्रसाद,वंशीघर राम,विनोद कुमार पांडेय आदि परियोजना कर्मी शामिल थे।