आमदनी का स्त्रोत बनेगा तेल पेराई प्लांट
जामताड़ा ग्राम स्तरीय वन प्रबंधन समिति अब और आर्थिक रूप से समृद्ध होगी। इस बाबत वन विभाग नाला के कपासडंगाल गांव में तेल पेराई प्लांट स्थापित करेगा। वन प्रबंधन समिति स्थापित प्लांट का संचालन व प्रबंधन करेगा। प्लांट से होनेवाली आमदनी को ग्राम विकास पर खर्च किया जाएगा।
जामताड़ा : ग्राम स्तरीय वन प्रबंधन समिति अब और आर्थिक रूप से समृद्ध होगी। इस बाबत वन विभाग नाला के कपासडंगाल गांव में तेल पेराई प्लांट स्थापित करेगा। वन प्रबंधन समिति स्थापित प्लांट का संचालन व प्रबंधन करेगा। प्लांट से होनेवाली आमदनी को ग्राम विकास पर खर्च किया जाएगा। वन भूमि में वनों का विस्तार व वन संपदाओं की सुरक्षा को लेकर जिले के वन भूमि क्षेत्र स्थित गांव में 130 ग्राम वन प्रबंधन समिति का गठन कई वर्ष पूर्व किया गया है। वन प्रबंधन समिति सदस्यों में वनों की सुरक्षा के प्रति उत्साह बढ़ाए रखने को वन विभाग उन्हें पुरस्कृत करता है। अब समिति के लिए प्लांट भी खड़ा किया जाएगा।
--- जिलास्तर पर द्वितीय स्थान : पिछले वर्ष वन विस्तार व वन संपदाओं की सुरक्षा में बेहतर काम करने पर नाला प्रखंड के कपासडंगाल ग्राम वन प्रबंधन समिति को जिला स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ था। विभाग ने समिति को द्वितीय पुरस्कार के रूप में तीन लाख रुपये दिए थे। इसी राशि से अब कपासडंगाल में तेल पेराई प्लांट स्थापित किया जाएगा। समिति ने सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित कर वन विभाग को सौंप दिया है।
---महुआ, करंज, नीम की भी होगी पेराई : कपास डंगाल ग्राम वन प्रबंधन समिति में 25 महिला-पुरुष सदस्य शामिल हैं। गांव के आसपास महुआ, करंज, नीम समेत अन्य प्रकार के पेड़ों की संख्या काफी है। इन क्षेत्रों में सरसों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। आस-पास तेल पेराई का प्लांट भी नहीं है। ऐसे में तेल पेराई प्लांट स्थापित होने से वन से प्राप्त होनेवाले तेलहन से जुड़े बीज को संग्रह कर तेल व खली तैयार की जाएगी। फिर उसे बाजार में आपूर्ति की जाएगी। आस-पास के किसानों द्वारा उत्पादित सरसों से तेल निकाला जाएगा। इससे समिति की आमदनी बढ़ेगी।
---समिति ही करेगी खर्च : तेल पेराई प्लांट चालू होने से इसे प्राप्त होनेवाले आमदनी राशि का खर्च समिति सर्व सहमति से करेगी। आमदनी राशि से गांव में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। आपातकालीन स्थिति में जरूरतमंद को आर्थिक मदद भी की जाएगी।
--- वर्जन : ग्राम वन समिति सदस्यों को वन विस्तार व वन संपदाओं की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण देने के अलावा कई तरह से प्रोत्साहित किया जाता है। अब उन्हें वन संपदाओं से लाभान्वित करने को कपास डंगाल में तेल पेराई प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इससे समिति सदस्य का रोजगार बढ़ेगा। तीन लाख रुपये की लागत से तेल पेराई प्लांट स्थापित किया जाना है।
सुशील सोरेन, डीएफओ।