10 हजार के लिए नवविवाहिता की ली जान
संवाद सहयोगी, जामताड़ा/पबिया : हाथ की मेंहदी का रंग ठीक से मलिन भी नहीं हुआ था कि दहे
संवाद सहयोगी, जामताड़ा/पबिया : हाथ की मेंहदी का रंग ठीक से मलिन भी नहीं हुआ था कि दहेजलोभियों ने 19 वर्षीय टुसु रक्षित की जान ले ली। यह वारदात शनिवार रात नारायणपुर थाना क्षेत्र के मदनाडीह गांव के बंगाली टोला में हुई। सुसरालवालों का कहना है कि टुसू ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है, मगर मृतका के पिता की मानें तो उसके पति दुरजो रक्षित व अन्य ससुरालवालों ने दहेज के लिए हत्या की है। घटना के बाद आरोपित पति दुरजो फरार है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। टुसु का मायके धनबाद जिला के निरसा प्रखंड का भागाबांध गांव है।
टुसु के पिता षष्टी रक्षित ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी 23 जुलाई को नारायणपुर के मदनाडीह गांव के दुरजो रक्षित (24) के साथ कराई थी। दामाद ने पांच दिन पहले 10 हजार रुपये घर पहुंचाने के लिए दबाव बनाया था। उसने फोन पर धमकी दी थी पैसे नहीं देने पर बेटी को जान से मार देंगे। शनिवार रात 9:00 बजे मोबाइल पर बेटी से बातचीत हुई थी। सुबह दुरजो के भाई व भाभी ने चौकीदार को मौत की सूचना दी। उसी गांव में रहनेवाली टुसु की मौसी को भी जानकारी मिली। उसी ने मायके तक यह जानकारी पहुंचाई।
इधर सूचना पर नारायणपुर थाना प्रभारी अजय कुमार ¨सह, एसआइ ब्रजकिशोर ¨सह और एएसआइ धीरज कुमार पहुंचे। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि दुरजो अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। यह आत्महत्या नहीं हत्या का मामला है। लोगों ने दोषी को गिरफ्तार करने की मांग की। थाना प्रभारी अजय कुमार ¨सह ने कहा कि दहेज प्रताड़ना एवं हत्या का मामला है। दूरजो रक्षित के अलावा उसके बड़े भाई जियाराम रक्षित, मिहिर रक्षित, बैद्यनाथ रक्षित, निताई रक्षित, जियाराम रक्षित का पुत्र केवल रक्षित, महादेव रक्षित व मिहिर रक्षित के पुत्र कार्तिक रक्षित को आरोपित बनाया गया है। षष्टी रक्षित ने बताया कि पड़ोसियों व रिश्तेदारों से पैसे लेकर पुत्री की शादी करवाई थी। वे इंदिरा आवास में रहते हैं।