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सुकन्या योजना की धीमी गति पर बिफरे उपायुक्त

सुकन्या योजना की बैठक में बिफरे उपायुक्त

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 06:54 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:29 AM (IST)
सुकन्या योजना की धीमी गति पर बिफरे उपायुक्त
सुकन्या योजना की धीमी गति पर बिफरे उपायुक्त

जामताड़ा : मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की स्थिति असंतोषजनक है। एक पखवारा में योजना में अपेक्षित प्रगति आनी चाहिए। योजना संचालन में शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को डीसी कार्यालय के सभागार में उपायुक्त गणेश कुमार ने समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक करते हुए उक्त निर्देश दिया। बैठक में उपायुक्त ने सुकन्या योजना,कन्यादान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना,स्वामी विवेकानंद निश्शक्त स्वावलंबन योजना आदि की समीक्षा की तथा कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एवं सुकन्या योजना प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए उपायुक्त ने पर्याप्त लाभुकों का आवेदन संग्रह कर इसकी जांच कर शीघ्र योजना का लाभ दिलाने का निर्देश दिया।

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ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में कुल लक्ष्य 8 हजार 2 सौ के विरूद्ध अब तक 4 हजार 26 आवेदन ही प्राप्त हुआ जो कि लक्ष्य से काफी दूर है। इस बाबत डीसी ने सभी सीडीपीओ एवं एलएस को सेंटर भ्रमण कर अविलंब लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया। साथ ही कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से समन्वय स्थापित कर छात्राओं को योजना से लाभान्वित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने मंगलवार तक योजनाओं का प्रगति प्रतिवेदन भी समर्पित करने का निर्देश दिया। स्वामी विवेकानंद निश्शक्त स्वावलंबन योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक संख्या में दिव्यांगों को दिलाना सुनिश्चित करें। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पीडब्ल्यूडी वोटरों का समय पर सर्वे पूर्ण करने का निर्देश दिया। साथ ही छूटे हुए दिव्यांग मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से जोड़ने का निर्देश भी उन्होंने दिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने योजनाओं के क्रियान्वयन में सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका को हो रही परेशानियों की जानकारी ली। सभी सीडीपीओ ने कहा कि कार्यालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर नहीं रहने के कारण महिला पर्यवेक्षिका को ही कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य करना पड़ता है। इस बाबत उपायुक्त ने विशेषकर प्रखंड विकास पदाधिकारी नाला एवं करमाटांड को निर्देश दिया कि सप्ताह के दो दिन डाटा इंट्री ऑपरेटर बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्य करें ताकि जल्द से जल्द लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। साथ ही कहा कि महिला पर्यवेक्षिका निरंतर आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करे एवं संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करें। वहीं सीडीपीओ को सप्ताह में एक दिन अधीनस्थों के साथ बैठक कर योजना प्रगति की समीक्षा करें।

उपायुक्त ने 14 से 24 वर्ष तक की ऐसे किशोरियों और युवतियों को भी चिह्नित करने को कहा जो किसी कारण से पढ़ाई छोड़ दी है। उन्हें आगे पढ़ने और बढ़ने के लिए महिला बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा समाज कल्याण तेजस्वी तेजस्विनी योजना का संचालन कर रहा है।

उपायुक्त ने इस योजना का सूक्ष्म मॉनिटरिग करने का निर्देश दिया ताकि योजना के माध्यम से बालिका शिक्षा को मिल रहे बढ़ावा का आकलन किया जा सकें।

बैठक में उपविकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा,आइटीडीए निदेशक नितीश कुमार सिंह,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप,एसबीपी नलिनी चौबे,सीडीपीओ नाला सविता कुमारी, सीडीपीओ जामताड़ा रुन्नू कुमारी मिश्रा, सीडीपीओ फतेहपुर रीता बेसरा आदि उपस्थितं थे।


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