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विभिन्न को आंदोलन पर उतरे मनरेगा कर्मी

जामताड़ा : स्थाईकरण समेत अन्य मांगों को ले आरंभ हुए चरणबद्ध आंदोलन के तहत सोमवार से जिले

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 06:27 PM (IST)
विभिन्न को आंदोलन पर उतरे मनरेगा कर्मी
विभिन्न को आंदोलन पर उतरे मनरेगा कर्मी

जामताड़ा : स्थाईकरण समेत अन्य मांगों को ले आरंभ हुए चरणबद्ध आंदोलन के तहत सोमवार से जिले भर के मनरेगा कर्मियों ने समाहरणालय के समक्ष तीन दिवसीय धरना कार्यक्रम शुरू किया। मनरेगा कर्मियों का आंदोलन आरंभ होने से तत्काल प्रभाव से मनरेगा संबंधी एमआर व जियो टै¨गग कार्य ठप हो गया। धरना पर बैठे मनरेगा संघ के जिला अध्यक्ष नरेश सिन्हा ने कहा कि हमलोग अपने जीवन का बहुमूल्य ग्यारह वर्ष मनरेगा के तहत अपनी सेवा देते आ रहे हैं और इस एवज में काफी अल्प मानदेय पर काम कर रहे हैं। इस निमित कई बार अपनी मांगों के समर्थन में ग्रामीण विकास विभाग को आवेदन भी दिया लेकिन किसी स्तर पर किसी ने सुध नहीं लिया। अंत में गत 12 अगस्त को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ ने एक बैठक कर स्थाईकरण होने तक चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया और इसी के तहत सोमवार से आंदोलन का शंखनाद कर दिया गया। राज्य संघ के निर्देश के मुताबिक आगामी 13 सितंबर तक सभी मनरेगा कर्मी सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। तत्पश्चात मुख्यमंत्री व ग्रामीण विकास मंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा। इससे भी यदि बात नहीं बनती है तो राज्य भर के मनरेगा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल आरंभ कर मनरेगा का चक्का जाम कर देंगे। इस हड़ताल में जिले भर के करीब डेढ़ सौ मनरेगा के सहायक अभियंता,कनीय अभियंता,बीपीओ,रोजगार सेवक,ऑपरेटर शामिल हैं। मौके पर अमरेंद्र प्रताप ¨सह,कमलदेव चौधरी,नीति सरिता ¨मज, नगमा बानो,कुमारी फूलमती,मो. शरीफ आलम,रामकरण हेम्ब्रम आदि मनरेगा कर्मी उपस्थित थे।

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--- प्रमुख मांगें -----

--- सुप्रीम कोर्ट का आदेश समान काम ,समान वेतन,स्थायीकरण एवं समायोजन के साथ समस्त सरकारी सुविधा प्रदान करें

-- रिक्त पदों पर बहाली में मनरेगा कर्मियों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण तथा दस वर्ष उम्र सीमा में छूट तथा मनरेगा कर्मियों को उम्र सीमा में छूट देकर प्रोन्नति दें

--- सीमित प्रतियोगिता परीक्षा में अनुबंध कर्मियों को भी शामिल होने का अवसर प्रदान करें

--- सामाजिक अंकेक्षण के नाम पर भयादोहन पर रोक लगाने तथा सरकारी पदाधिकारी से अंकेक्षण कराना सुनिश्चित हो।

-- मनरेगा मजदूरों को बाजार दर पर मजदूरी भुगतान करने तथा श्रम सामाग्री मद में आवंटन सुनिश्चित करने व मानव दिवस सृजन जैसे अनावश्यक दवाब बंद करने आदि प्रमुख रूप से उल्लेखनीय है।


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